Jio 5G launched in Pune: Reliance Jio लगातार भारत में अपने 5G नेटवर्क का विस्तार कर रही है। कंपनी ने अब एक और शहर में Jio 5G Network को उपलब्ध कराए जाने की पुष्ट कर दी है। पुणे में भी अब Jio की 5G Services को उपलब्ध करा दिया गया है। पुणे (Pune) में जियो यूजर्स (Jio Users) अब अनलिमिटेड फ्री 5जी नेटवर्क (5G Network) का फायदा ले पाएंगे।

Jio Welcome Offer के तहत रिलायंस जियो चुनिंदा ग्राहकों को 1Gbps तक डाउनलोड स्पीड मिलेगी। जियो वेलकम ऑफर के लिए ग्राहकों को इनवाइट सिस्टम के जरिए अपने स्मार्टफोन को रजिस्टर करने का मौका मिलेगा।

अब 12 शहरों में Jio True 5G

जियो 5जी नेटवर्क अब देशभर के कुल 12 शहरों में उपलब्ध करा दिया गया है। इनमें बेंगलुरू, दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे बड़े शहर शामिल हैं। जियो का दावा है कि इन सभी शहरों में यूजर को कम से कम 500Mbps की औसत डाउनलोड स्पीड मिलेगी।

How to enable Jio True 5G network on your device? (अपने फोन में जियो ट्रू 5जी नेटवर्क कैसे चलाएं?)

  • सबसे पहले अपने फोन में My Jio ऐप डाउनलोड करें और Jio मोबाइल नंबर के साथ लॉगइन करें।
  • इसके बाद Jio Welcome Offer बैनर पर क्लिक करके, जियो 5G नेटवर्क टेस्ट करने के लिए अपना इंट्रेस्ट रजिस्टर करें।
  • आपके एरिया में जियो ट्रू 5जी नेटवर्क की उपलब्धता और आपके फोन की क्षमता के हिसाब से आप जियो ट्रू 5जी पर अनलिमिटेड फ्री डेटा इस्तेमाल कर पाएंगे।

रिलायंस जियो अब डाउनलोड और अपलोड स्पीड के लिए असीमित डेटा के साथ बेहतर 5जी टेस्टिंग एक्सपीरियंस ऑफर करती है। जियो देश में स्टैंडअलोन (SA) 5G टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है और कंपनी का दावा है कि इसके साथ नॉन-स्टैंडअलोन (NSA) टेक्नोलॉजी की तुलना में ज्यादा डेटा ट्रांसफर स्पीड और कम लैटेंसी मिलेगी। बता दें कि जियो को छोड़कर बाकी टेलिकॉम कंपनियां फिलहाल देश में नॉन-स्टैंडअलोन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही हैं।

क्या है स्टैंडअलोन 5जी और नॉन-स्टैंडअलोन 5जी?

बता दें कि स्टैंडअलोन 5जी एक ऐंड-टू-ऐंड 5जी नेटवर्क है जहां बेस स्टेशन और रेडियो एंटीना 5G स्पेसिफिकेशन्स को ध्यान में रखकर ही शुरू से बनाए जाते हैं। जबकि नॉन-स्टैंडअलोन टेक्नोलॉजी, मौजूदा 4जी इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ही आधारित है जिसे सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए 5जी पर अपग्रेड किया गया है। बता दें कि जियो नेटवर्क पर स्टैंडअलोन 5जी (SA 5G) सपोर्ट के लिए सभी स्मार्टफोन को सॉफ्टवेयर अपडेट की जरूरत होगी। स्मार्टफोन कंपनियां अपने हैंडसेट पर 5जी सपोर्ट के लिए लगातार OTA अपडेट रोल आउट कर रही हैं।