रोजमर्रा की जरूरतों के लिए कीफायती इलेक्ट्रिक स्कूटर खोज रहे हैं, तब भारतीय ई-स्कूटर्स की दुनिया में होप आपके लिए बढ़िया विकल्प हो सकता है। यह एक रुपए के खर्च में आपको पांच किलोमीटर तक का सफर तय करा सकता है। रोचक बात है कि बीच रास्ते में अगर इसकी बैट्री खत्म भी हो जाती है, तब यह पेडल से चल सकता है।

ई-स्कूटर होप को पोर्टेबल चार्जर की मदद से चार्ज किया जा सकता है। बनाने वालों का दावा है कि यह केवल तीन घंटा 12 मिनट के भीतर 80 फीसदी चार्ज हो जाता है, जबकि चार घंटे में यह फुल चार्ज हो जाती है। फुल चार्ज होने पर यह 75 किमी तक का सफर तय कर सकती है।

होप की बैट्री घर के मामूली सॉकेट्स की मदद से भी चार्ज हो जाएगी। गेलियॉस मोबिलिटी के एक अन्य सदस्य ने बताया कि उन्होंने मार्केट एनालिसिस किया था, उसी पर काम करते हुए यह वाहन डिजाइन किया। बढ़िया बात यह है कि इसे खरीदने के बाद आपको रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी और न ही डीएल की आवश्यकता होगी।

स्लीक, कॉम्पैक्ट और स्टाइलिश लुक वाले इस ई-स्कूटर को चलाने का खर्चा 20 पैसा प्रति किमी है। यानी इसकी मदद से पांच किमी की दूरी सिर्फ एक रुपए खर्च कर के तय की जा सकती है। हाल ही में इस ई-स्कूटर का नया वर्जन लॉन्च किया गया है, जिसका नाम होप 2.0 है और इसका दाम 50 हजार रुपए के आस-पास है।

होप को आईआईटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) दिल्ली के छात्रों ने मिलकर बनाया है। मोदी सरकार के आत्मनिर्भर भारत के कॉन्सेप्ट को ध्यान में रखते हुए इस ई-स्कूटर को कॉलेज कैंपस में डिजाइन किया गया, जबकि इसके सभी पार्ट्स भारत में तैयार किए गए हैं। यह तीन रंगों में आता है, जिसमें नियॉन ग्रीन, आर्मी ग्रीन और मिडनाइट ब्लैक शामिल हैं।

गेलियॉस मोबिलिटी (Geliose Mobility) के संस्थापक सदस्य आदित्य तिवारी ने इस ई-स्कूटर के बारे में एक हिंदी न्यूज चैनल को बताया, “यह इंटरनेट कनेक्टेड अफोर्डेबल स्कूटर है। चूंकि, वाहनों से बढ़ने वाला प्रदूषण बढ़ रहा है और जलवायु परिवर्तन भी तेजी से हो रहा है…ऐसे में हमें लगा कि हमें इसे काबू करने के लिए करना होगा। हम चाहते थे कि सभी लोग ई-बाइक को यूज करें। हमारा विजन एक कीफायती और कम रनिंग कॉस्ट वाला स्कूटर बनाने का था, जो देश भर में सारे लोग चला सकें।”