Finance Ministry warns employees: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI के इस्तेमाल को लेकर दुनियाभर में बहस छिड़ी हुई है। अब केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने अपने कर्मचारियों को AI टूल्स इस्तेमाल करने को लेकर आगाह किया है। वित्त मंत्रालय ने गोपनीय सरकारी जानकारी के लिए डेटा प्रोटेक्शन जोखिम का हवाला देते हुए ChatGPT और DeepSeek जैसे AI टूल के इस्तेमाल से बचने को कहा है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है, ‘ऐसा देखा गया है कि ऑफिस कम्प्यूटर्स और डिवाइसेज में AI टूल्स और AI ऐप्स (जैसे ChatGPT, DeepSeek) के इस्तेमाल से सरकारी डेटा और डॉक्युमेंट की गोपनीयता को खतरा हो सकता है।’
बता दें कि मंत्रालय द्वारा जारी यह एडवाइजरी ऐसे समय में आई है जबकि दुनियाभर में एआई के फील्ड में बड़े डिवेलपमेंट जारी हैं।
चीन के स्टार्टअप DeepSeek की AI टेक्नोलॉजी के सामने आने के बाद, कई देशों ने पब्लिक सेक्टर डिपार्टमेंट और कॉर्पोरेशन ने एआई के इंटरनल यूज पर रोक लगा दी है।
माना जा रहा है कि DeepSeek को लेकर सबसे बड़ी चिंता है कि यूजर डेटा को चीन की सरकार के साथ शेयर किया जा सकता है। चीन में ऐसा नियम है कि जरूरत पड़ने पर कंपनियों को स्थानीय इंटेलिजेंस एजेंसियों के साथ अपना डेटा शेयर करना होगा।
लेकिन ये डेटा सुरक्षा संबंधी चिंताएं केवल डीपसीक के एआई की एप्लिकेशन लेयर के साथ मौजूद हो सकती हैं, क्योंकि इसके कुछ एआई मॉडल को स्थानीय रूप से चलाने से कथित तौर पर यह सुनिश्चित होता है कि कंपनी संवेदनशील यूजर डेटा नहीं लेती है।
दूसरी ओर, ओपनएआई (OpenAI) के सीईओ सैम ऑल्टमैन भारत की यात्रा पर हैं और कथित तौर पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले हैं। चैटजीपीटी की कंपनी को कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप लगाते हुए द इंडियन एक्सप्रेस सहित कई भारतीय समाचार संगठनों से कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।