Aarogya Setu app, Coronavirus in India: आरोग्य सेतु कोरोना ट्रैकिंग ऐप है। भारत सरकार के आरोग्य सेतु एप और ई-पास के बीच फर्स्ट इंटीग्रेशन में प्रोग्राम ने पॉजिटिव केस डेटा और सेल्फ-असेसमेंट के साथ 10,000 ट्रेवल पास को भी चेक किया है। इस ऐप के टेक्नोलॉजी डेवलपर ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ऐसा इसलिए किया गया है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हाई-रिस्क वाले किसी भी व्यक्ति को ई-पास जारी ना किया जाए।

इस डेटा के अलावा ऐप डेवलपर कॉन्टैक्ट हिस्ट्री एल्गोरिदम की उपयोगिता की जांच करने के लिए भी काम कर रहे हैं।

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) के संयोजन में, आरोग्य सेतु डेटा का उपयोग ऑन-ग्राउंड चेकिंग का आकलन करने के लिए किया जाएगा कि कितने लोग मोबाइल ऐप द्वारा परीक्षण किए गए और इसमें कितने लोग हाई-रिस्क कैटेगरी में है।

यदि ऐप पर पॉजिटिव टेस्ट आने वाले लोगों का अनुपात टेस्ट किए गए सैंपल में पॉजिटिव केस के मौजूदा अनुपात से अधिक है (लगभग 4 प्रतिशत) तो ऐसे में जानकारी की मदद से हाई-रिस्क यूजर को ई-पास जारी नहीं किया जाएगा। ऐप पर अभी 67.5 मिलियन यूजर्स हैं।

ऐप यूजर के संभावित लक्षणों के बारे में भी अधिक विस्तृत जानकारी एकत्र कर रहा है, जैसे कि डिग्री ऑफ फीवर। जल्द ही विभिन्न टेली-मेडिसिन प्रोवाइडर्स को भी इंटीग्रेट किया जाएगा।

क्या है यह ऐप

ऐप का उद्देश्य इस बात की जानकारी देना है कि जाने-अनजाने में आप किसी कोरोना वायरस (COVID-19) संक्रमित इंसान के संपर्क में आए हैं या फिर नहीं। यह यूजर को ट्रैक कर संक्रमित लोगों के संपर्क में आने पर नोटिफाई करता है।

Aarogya Setu app का सपोर्ट कौन-कौन सी भाषाओं में मिलता है और इस ऐप को डाउनलोड, सेटअप और इस्तेमाल करने का तरीका क्या है, इस बात की जानकारी चाहते हैं तो यहां क्लिक करें

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