मानस मनोहर
चावल का उपयोग
बचे हुए चावल का उपयोग आम है। वह अगले दिन तक खराब नहीं होता। आजकल फ्रिज का चलन बढ़ने से पके हुए चावल को सुरक्षित रखना असान हो गया है। चावल के कई ऐसे व्यंजन बनते हैं, जिनके लिए चावल को पहले से पका कर रखना जरूरी होता है। इनमें कई दक्षिण भारतीय व्यंजन हैं, जैसे कर्ड राइस, टैमरिंड राइस, कोकोनट राइस, लेमन राइस, गुड़ की खीर। इसी तरह पूरे भारत में पके हुए चावल को जीरे और राई आदि के तड़के के साथ फ्राई कर खाने का चलन है। इस तरह चावल के कुछ व्यंजन बनाए जा सकते हैं, जो बहुत कम समय में बन जाते हैं और खासकर बच्चों को बहुत पसंद अते हैं। इन्हें बच्चों के टिफिन में भी दे सकते हैं।
कर्ड राइस
इसे बनाना बहुत असान है। बचे हुए चावल में दही डालें और मिला लें। दही की मात्रा इतनी रखें, जिससे चावल ठीक से उसमें छिप जाएं। अब इसमें जरूरत भर का नमक और लाल मिर्च पाउडर डाल कर मिला लें। फिर तड़का पैन में एक चम्मच देसी घी या सरसों का तेल गरम करें। उसमें एक चम्मच धुली मूंग या उड़द दाल, राई, दो साबुत लाल मिर्चें, कढ़ी पत्ता और चुटकी भर हींग का तड़का दें और दही मिले चावल में डाल कर ठीक से मिला दें। कर्ड राइस तैयार है।

टैमरिंड राइस
यह भी कर्ड राइस की तरह ही बनता है। पर इसमें दही की जगह इमली के गूदे का इस्तेमाल किया जाता है। जब टैमरिंड राइस बनाना हो, तो पहले दो चम्मच इमली के गूदे को पानी में भिगो कर रख दें। फिर जब वह नरम हो जाए, तो उसे मसल कर मोटी छन्नी से छान लें, ताकि उसके बीज और छिलका निकल जाए। अब एक कड़ाही में तड़के के लिए एक चम्मच घी या तेल गरम करें। उसमें राई, कढ़ी पत्ता, साबुत लाल मिर्च, एक चम्मच कच्ची मूंगफली और एक चम्मच धुली मूंग या उड़द की दाल डाल कर तड़का तैयार कर लें। फिर इमली का पानी डालें। ध्यान रहे कि इसमें पानी उतना ही डालें जो चावल असानी से सोख ले। फिर पके हुए चावल और जरूरत भर का नमक डालें, चाहें तो चुटकी भर चीनी भी डाल सकते हैं। सब कुछ को मिलाते हुए पकाएं और जब चावल पानी सोख ले, तो आंच बंद कर दें। टैमरिंड राइस तैयार है।
कोकोनट राइस
इसमें कच्चे नारियल का कद्दूकस किया हुआ बुरादा इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए कच्चे नारियल की गीरी को या तो पहले ग्राइंडर में डाल कर बुरादा बना लें या कद्दूकस कर लें। फिर कड़ाही में एक चम्मच तेल या घी गरम करें। उसमें पहले की तरह राई, मूंगदाल, मूंगफली के दाने, साबुत लाल मिर्च और कढ़ी पत्ते का तड़का दें। फिर चावल और नारियल का बुरादा डाल कर चलाएं। उसमें जरूरत भर का नमक डालें और भाप उठने तक चलाते हुए पका लें। कोकनट राइस तैयार है। इसी तरह बचे हुए चावल से अलग-अलग प्रयोग करते हुए बीन्स, गाजर, मटर वगैरह के साथ पुलाव बना सकते हैं। केवल जीरे के तड़के में बघार कर ऊपर से नींबू निचोड़ कर हरा धनिया, अदरक वगैरह से सजा कर परोस सकते हैं। चावल से बने ये व्यंजन सुबह जब बच्चों को स्कूल जाने की जल्दी होती है, तब टिफिन के तौर पर देने में बहुत आसान होते हैं।
रोटी नूडल्स
नूडल्स बच्चों को बहुत पसंद होते हैं। पर बाजार में मिलने वाले नूडल्स सेहत की दृष्टि से अच्छे नहीं माने जाते। ऐसे में अगर बची रोटी के नूडल्स बनाएं और बच्चों को खाने की अदत डालें, तो यह नूडल्स का बेहतर विकल्प हो सकता है। रोटी नूडल्स बनाना बहुत असान है। इसके लिए रात या सुबह की बची हुई रोटियां लें। सारी रोटियों को गोल लपेट कर तेज चाकू से पतले नूडल्स की तरह काट लें। फिर इसमें डालने के लिए गाजर, शिमला मिर्च, हरा प्याज, बीन्स, पत्ता गोभी को मनचाहे आकार में लच्छेदार काट लें। एक कड़ाही में कढ़ी पत्ता, राई और जीरे का तड़का लगाएं। उसमें सारी कटी सब्जियां डाल कर तेज आंच पर चलाते हुए एक मिनट के लिए पकाएं। फिर नमक, एक चम्मच सोया सॉस, एक चम्मच वेनेगर यानी सिरका, एक चम्मच अदरक-लहसुन का पेस्ट और दो बड़े चम्मच टोमैटो सॉस डालें। अगर मियोनीज है, तो एक चम्मच वह भी डालें और इसके साथ ही कटी हुई रोटी के लच्छे डाल कर सब कुछ को सावधानी से मिलाते हुए पकाएं। कड़ाही को ढंकें नहीं। पांच मिनट बाद आंच बंद कर दें। रोटी नूडल्स तैयार हैं। गरमागरम परोसें।

