करीपेशा लोगों का अधिकतर समय कंप्यूटर के सामने काम करते बीतता है। लंबे समय तक कुर्सी पर बैठ कर काम करना कई बार स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह होता है। अगर काम करते समय ठीक अवस्था में न बैठें तो हमारे सिर, गर्दन, आंखें, कमर, घुटने और पैरों पर बुरा असर पड़ता है। इसके अलावा घंटों एक ही जगह बैठने से अनिद्रा, तनाव और रक्तचाप की समस्या पैदा होती है। कई बार गलत अवस्था में बैठने पर हमारी अंगुलियों और हाथों में दर्द होने लगता है। कई शोधों से पता चला है कि अगर हम काम करते समय ठीक ढंग से नहीं बैठते तो उससे हमारे काम पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इससे आप अवसाद में भी जा सकते हैं। इसलिए यह जानना जरूरी है कि बैठने की सही अवस्था क्या हो?
कमर को सीधा रखें
जब भी आप काम करने के लिए बैठें, तो ध्यान दें कि आपकी कमर सीधी हो। इसके लिए अपनी कुर्सी पर एक तकिया रख लें, जिसके सहारे खुद को आराम दे सकते हैं। अगर हम कमर को सीधा नहीं रखते, तो वह धीरे-धीरे झुकने लगती है। जल्दी ही हम कूबड़पन के शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा रक्त का संचार ठीक से नहीं हो पाता और कमर दर्द की शिकायत रहने लगती है। जब भी कुर्सी पर बैठें तो ध्यान रखें कि आपके नितंब कुर्सी के पीछे वाले हिस्से से सटे हों। इस तरह बैठने पर कुर्सी का सहारा मिलेगा और आप आराम से बैठ सकेंगे।
पैरों पर अधिक जोर न डालें
अक्सर लोग पैरों को क्रॉस बना कर बैठते देखा जाता है। इस अवस्था में लंबे समय तक बैठना दर्द का कारण बन सकता है। अगर आप खुद को आराम देने के लिए थोड़ी देर पैरों को एक के ऊपर एक रख कर क्रॉस बना कर रखना चाहते हैं तो ठीक है, मगर अधिक समय तक ऐसा करना मांसपेशियों का तनाव बढ़ाता है। इससे रक्त का बहाव अवरुद्ध होता है।
हड्डियां और जोड़ सीधे रखें
जब भी लंबे समय तक बैठ कर काम करना हो तो ध्यान दें कि आपके हाथ या पैर कहीं से टेढ़े-मेढ़े न हों और आप खुद भी टेढ़े होकर न बैठें। काम करते समय घुटनों को मोड़ें नहीं और कमर को झुकाएं नहीं। कंप्यूटर और बैठने के बीच सही अंतराल होना चाहिए ताकि आपको स्पष्ट रूप से दिख सके। सही तरीके से बैठने से आपके शरीर की हड्डियों और रीढ़ पर जोर नहीं पड़ेगा और उनमें दर्द नहीं होगा।
कुर्सी पर लेटे नहीं
अमूमन लोग काम करने के दौरान कुर्सियों पर लेट जाते हैं। ऐसा तब होता है जब आप काम करते-करते थक जाते हैं और थोड़ा आराम चाहते हैं। पर कुछ लोग इस आराम को ही बैठने की अवस्था बना लेते हैं। इस तरह बैठ कर काम करने पर आपके हाथ और आंखों पर दबाव पड़ता है, जिससे जल्द ही हाथों, कंधों और आंखों में दर्द रहने लगता है। इस तरह बैठने से कमर के आसपास की हड्डियों और मांसपेशियों में जकड़न आ जाती है और रक्त संचार भी प्रभावित होता है। हड्डियों का घनत्व भी कम होता है।
कुर्सी और डेस्क की ऊंचाई समान रखें
जब भी आप काम करते हैं तो ध्यान दें कि आपकी कुर्सी और डेस्क की ऊंचाई समान हो। कई बार कुर्सी ठीक से एडजस्ट नहीं होती तो आपको डेस्क अधिक ऊंचा लगने लगता है। ऐसे में आप गर्दन को ऊंचा करके काम करते हैं, जिससे गर्दन पर दबाव पड़ता है और थोड़ी ही देर में गर्दन, कंधे और हाथों में दर्द होने लगता है।
आंखों को आराम दें
जितना जरूरी है काम करते समय सही अवस्था में बैठना, उतना ही जरूरी है अपनी आंखों को आराम देना। दरअसल, कंप्यूटर से निकलने वाली नीली तरंगें आपकी आंखों की नमी को खत्म करने लगती हैं। कार्यालयों में एसी चलने की वजह से भी आखों की नमी कम होती है। आंखें शुष्क हो जाती हैं। इसलिए स्क्रीन के सामने काम करने के लिए एंटी ग्लेयर चश्मे का इस्तेमाल करना चाहिए। जब भी दिक्कत हो तो आंखें बंद करके उन्हें हल्के हाथ से मलें। इससे आपकी आंखें स्वस्थ रहेंगी।
काम के बीच अंतराल रखें
लगातार बैठ कर काम करने से आप थक जाते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि हर आधे घंटे पर दो मिनट का अंतराल लें और अपनी आंखों को आराम दें। ऐसा करना शरीर को कई गंभीर बीमारियों से बचा सकता है। खासकर धमनियों को सुचारु रखने में यह मददगार होगा। एक शोध में यह निकल कर आया कि ऐसा करने से कैलोस्ट्रोल और मोटापा घटाने, दिल के रोगों और चयापचय को दुरुस्त करने में भी मददगार होगा।