कोरोना के विषाणु ने लोगों की जीवनशैली को एकदम से बदल कर रख दिया है। सैलून को संक्रमण का बड़ा खतरा माना जा रहा है। इसलिए लोग वहां जाने से परहेज कर रहे हैं। लिहाजा इस दौरान कुछ लोगों के बाल बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं तो कई लोगों ने खुद ही अपने बाल काट लिए। अब बाल छोटे हों या बड़े उनकी एक समान जरूरत होती है देखभाल की। बालों की सेहत का ध्यान रख अपने व्यक्तित्व में नई ऊर्जा तो भरी ही जा सकती है।

आम समस्या
बालों का टूटना, रुखे दिखना, दोमुंहे होना सबसे आम समस्या है। यह बात गांठ बांध लेनी चाहिए कि बालों को सेहतमंद बनाना कोई तुरंत-फुरंत वाला मामला नहीं है कि कुछ दिन ध्यान रखा और आपके बाल सेहतमंद हो दमकने लगेंगे। बालों की सेहत आपके खान-पान, जीवनशैली और अन्य बीमारियों से भी जुड़ी होती है। बालों पर प्रदूषण का भी खासा असर पड़ता है। इसलिए अगर आप ये सोच रहे हैं कि कोई खास शैंपू और तेल अचानक से आपके केशों की कायापलट कर देगा तो यह बेवकूफी होगी। इस तरह का दावा करने वाले शैंपू और तेलों के भ्रामक विज्ञापनों के झांसे में आने से बचना चाहिए।

बाहरी देखभाल
नहाने के पहले बालों को कंघी करना कभी न भूलें। गीले बाल कमजोर होते हैं इसलिए उलझन में जल्दी टूटते हैं। हमारे सिर की सतह से प्राकृतिक तेल भी निकलता है। कंघी करने से वह बालों के सभी हिस्से में पहुंच जाता है, जिससे बालों में नमी भी बनती है और वो गीले होने के बाद कम टूटते हैं। बहुत लोगों की खोपड़ी की त्वचा शुष्क होती है, जिससे बाल रुखे होकर कमजोर हो जाते हैं। इस परेशानी से बचने के लिए जरूरी है कि शैंपू के बाद कंडीशनर का इस्तेमाल किया जाए। कंडीशनर का इस्तेमाल बालों की लंबाई के अनुपात में ही करना चाहिए। जरूरत से ज्यादा कंडीशनर लगाने पर बाल चिपचिपे दिखते हैं। कंडीशनर की जरूरत अनुसार बूंदें हथेली पर लेने के बाद उसे बालों के जड़ से सिरे तक लगाएं और इसे दो मिनट के लिए लगा रहने दें। फिर बालों पर हल्के से पानी गिरा कर साफ करें।

शैंपू का चुनाव भी अपने बाल की प्रकृति के अनुसार करें। अगर रोज बाल को शैंपू करने की जरूरत नहीं है तो तीन दिन के अंतराल पर करें। बालों को बहुत ज्यादा गर्म पानी से नहीं धोएं। कोशिश करें कि तेज धूप में निकलना हो तो बालों को टोपी या किसी कपड़े से ढक लें। अपने मनपसंद तेल से बालों का मसाज करना या करवाना हमेशा सुकूनदेह होता है। बालों को रंगने और उन पर किसी तरह के अन्य रसायन के इस्तेमाल से जितना ज्यादा बचा जाए उतना अच्छा। ड्रायर का इस्तेमाल भी जरूरत होने पर करें उसे नियमित आदत नहीं बनाएं।

जो खाएंगे बाल दिखाएंगे
अगर आपका खानपान संतुलित नहीं है तो उसका असर बालों पर भी दिखेगा। पालक और अन्य तरह के शाक खाने से बालों की चमक बढ़ती है। शरीर के किसी भाग की सेहत के लिए मौसमी फल बहुत जरूरी होते हैं। कोशिश करें कि एक दिन में तीन तरह के फलों का सेवन कर लें। अगर आप मांसाहारी हैं तो अंडे, मछली और अन्य तरह के मांस प्रोटीन के बढ़िया स्रोत होने के कारण बालों की सेहत का पूरा साथ देंगे।

शरीर में जिंक की कमी बालों को निस्तेज बनाती है। जिंक की भरपूर मात्रा लेने के लिए हर तरह के बादाम का सेवन किया जा सकता है। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से जिंक और मल्टीविटामिन की पूरक गोलियां भी ली जा सकती हैं। खोपड़ी की सेहत के लिए ओमेगा थ्री फैटी एसिड मददगार माना जाता है। कद्दू, तीसी से लेकर विभिन्न तरह के बीज इसकी आपूर्ति करते ही हैं, दही और मोटे अनाज भी इसके अच्छे स्रोत माने जाते हैं। भरपूर मात्रा में साफ पानी का सेवन तो जरूरी है ही।

दवाओं का असर
उच्च रक्तचाप या गठिया की दवाओं का बुरा असर बालों की सेहत पर पड़ता है। अगर आपको ये वजह पता है तो इससे ज्यादा परेशान नहीं होना चाहिए क्योंकि बीमारी नियंत्रित होते ही बालों का हाल सुधार भी हो जाएगा। बहुत सी अन्य बीमारियों के इलाज के दौरान भी बालों को नुकसान होता है। लेकिन तनाव एक ऐसी बीमारी है जो बालों पर बहुत ज्यादा असर करती है। इसलिए अपने सिर पर तनाव का बोझ लेने से बचिए। बालों को समय-समय पर अपना प्यारा सा हेयर कट दीजिए ताकि उनकी देखभाल को लेकर और उत्साहित हुआ जा सके।
(यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी और जागरूकता के लिए है। उपचार या स्वास्थ्य संबंधी सलाह के लिए विशेषज्ञ की मदद लें )