तुलसी एक ऐसी वनस्पति है, जो सेहत के लिए हर दृष्टि से उपयोगी है। यह बहुत कारगर बैक्टीरियानाशक होता है। अगर आपके घर के आसपास तुलसी के पौधे हैं, तो आपके घर के आसपास मच्छर नहीं पनपने पाएंगे। तुलसी के पत्ते खाकर मच्छर मर जाते हैं। इसके अलावा तुलसी के पत्ते पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करते, बदलते मौसम में खांसी-जुकाम जैसी समस्याओं से दूर रखते हैं।
तुलसी का तेल
तुलसी का तेल बना कर रख लें और रोज उसका भोजन में उपयोग करें, तो बैक्टीरिया से पैदा होने वाली बीमारियों का खतरा टल जाता है। तुलसी का तेल बनाने की कई विधियां हैं। मगर सबसे आसान तरीका यह है कि एक कड़ाही में आधा लीटर पानी लें। उसे उबालें और जब उबाल आने लगे तो उसमें एक मुट्ठी भर कर तुलसी के पत्ते, डंठल, बीज समेत डाल दें। पांच मिनट तक पकने दें। फिर उसमें आधा लीटर तिल का तेल डालें और कड़ाही के ऊपर ढक्कन लगा दें। इसे तब तक उबालें, जब तक कि बाप उठनी बंद न हो जाए। यानी पानी कूरी तरह खत्म हो जाए। आंच बंद कर दें। तेल को छान कर एक शीशी में भर कर रख लें। जब भी सलाद या चटनी बनाएं, तो उसमें एक चम्मच तुलसी का तेल डालें और खा लें। चटनी में तुलसी का तेल डालने से उसका हरापन भी अधिक समय तक बना रहता है। इसे रोटी, ब्रेड सैंडविच वगैरह पर लगा कर भी खा सकते हैं।
तुलसी का पानी
जिस जग, लोटे या मटके में पीने का पानी रखते हैं, उसमें कुछ पत्तियां तुलसी की धोकर डाल दिया करें। रात भर में पत्तियां अपना अर्क उस पानी में छोड़ देंगी। वही पानी पीएं। स्वाद भी अच्छा आएगा और इससे पेट संबंधी समस्याएं दूर होंगी। सर्दी, खांसी, जुकाम, गले की खराश जैसी समस्याओं का खतरा भी टल जाएगा। वैसे भी पानी में अगर किसी प्रकार के बैक्टीरयिा रह गए हैं, तो तुलसी के पत्ते डालने से वे समाप्त हो जाएंगे। यह कोई कठिन काम नहीं है, इसे नियमित रूप से रात को कर सकते हैं।
तुलसी का शर्बत
तुलसी के पत्तों का उपयोग शर्बत के रूप में भी किया जा सकता है। गर्मी का मौसम शुरू हो रहा है, इस मौसम में शर्बत तो हर घर में बनता ही है। जब भी बेल, सत्तू या सौंफ का शर्बत बनाएं, उसमें कुछ पत्ते तुलसी के भी डाल दें, इससे शर्बत का स्वाद भी बढ़ जाएगा और गर्मी में परेशन करने वाले बैक्टीरिया से भी दूर रहने में आसानी होगी।
सजावट सामग्री
जब भी भोजन बनाते हैं, तो दाल, सब्जियों, सलाद वगैरह में हरा धनिया का उपयोग तो करते ही हैं। उसी तरह अगर चावल, दाल वगैरह पकाने के बाद उसमें तीन-चार पत्ते तुलसी के डाल दें, तो उससे पूरे भोजन में एक अलग खुशबू भर जाएगी और भोजन सेहतमंद भी हो जाएगा। बेशक खाते समय तुलसी की पत्तियों को निकाल कर बाहर कर सकते हैं।
तुलसी की मालिश
तुलसी का जो तेल तैयार किया था, उसका उपयोग बच्चों की मालिश में भी कर सकते हैं। अगर बच्चों की त्वचा पर दाने निकल आते हैं, तो इस मालिश से उन्हें आराम मिलेगा।