Vishwakarma Aarti lyrics in Hindi: हिंदू धर्म में विश्वकर्मा पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन विश्वकर्मा जी की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। क्योंकि उन्हें दुनिया का पहला इंजीनियर कहा जाता है। कहते हैं कि विश्वकर्मा जी शिल्पकला और वास्तुकला में निपुण थे। इसलिए ही शिल्प और वास्तु के क्षेत्रों से जुड़े लोग विश्वकर्मा जी को अपने गुरु के रूप में पूजते हैं। विश्वकर्मा दिवस पर कारखानों में मशीन और पुर्जे की पूजा की जाती है। पूजा के बाद भगवान विश्वकर्मा की आरती जरूर करनी चाहिए। इस साल विश्वकर्मा पूजा आज 17 सितंबर आज मनाई जा रही है। आइए जानते हें विश्वकर्मा आरती के बारे में…
भगवान विश्वकर्मा की आरती (Vishwakarma Ji Ki Aarti In Hindi)
ओम जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ।
सकल सृष्टि के कर्ता, रक्षक स्तुति धर्मा ।। 1 ।।
ओम जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ।
12 घंटे बाद ग्रहों के राजा सूर्य करेंगे बुध के घर में प्रवेश, इन राशियों पर पड़ेगा विशेष प्रभाव, खुलेंगे किस्मत के नए द्वार
आदि सृष्टि में विधि को, श्रुति उपदेश दिया।
जीव मात्र का जग में, ज्ञान विकास किया।। 2।।
ओम जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा । ऋषि अंगिरा ने तप से, शांति नहीं पाई।
ध्यान किया जब प्रभु का, सकल सिद्ध आई ।। 3 ।।
ओम जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ।
रोग ग्रस्त राजा ने जब आश्रय लीना ।
संकट मोचन बन कर दूर दुःख कीना ।। 4 ।।
ओम जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ।
12 साल गुरु बनाएंगे पावरफुल केंद्र त्रिकोण राजयोग, इन राशियों का शुरू होगा गोल्डन टाइम, करियर में तरक्की के साथ अपार धनलाभ के योग
जब रथकार दम्पति, तुम्हारी टेर करी ।
सुनकर दीन प्रार्थना, विपत्ति हरी सगरी ।। 5 ।।
ओम जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ।
एकानन चतुरानन, पंचानन राजे ।
द्विभुज, चतुर्भुज, दसभुज, सकल रूप साजे ।। 6 ।।
ओम जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ।
ध्यान धरे जब पद का, सकल सिद्धि आवे।
मन दुविधा मिट जाये, अटल शांति पावे ।। 7 ।।
ओम जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ।
श्री विश्वकर्मा जी की आरती जो कोई जन गावे ।।
कहत गजानन्द स्वामी, सुख सम्पत्ति पावे ।। 8 ।।
ओम जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा ।