Vastu Tips House Temple: वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। क्योंकि अगर हमारा घर वास्तु के अनुसार बना हो तो जीवन में सुख- समृद्धि का वास रहता है। वहीं अगर वास्तु के अनुसार नहीं बना है तो जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं वास्तु में घर के मंदिर के बारे में कई विशेष बातों को बताया गया है। मतलब घर में मंदिर किस दिशा में हो, साथ पूजा करने वाले व्यक्ति का मुंह किस दिशा में हो। वहीं वास्तु में यह भी बताया गया है कि मंदिर में कौन सी मूर्ति रखनी चाहिए और कौन सी नहीं, आइए जानते हैं…
नहीं रखनी चाहिए मृत परिजनों की मूर्ति
वास्तु अनुसार पूजा घर में मृत परिजनों की तस्वीर नहीं रखनी चाहिए और न ही उनकी तस्वीर की रोज पूजा करनी चाहिए। मृत परिजनों की पूजा केवल पितृ पक्ष में करनी चाहिए। साथ ही मृत परिजन के साथ किसी साधु- संत की भी मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। वहीं अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपको जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पडे़गा।
इन देवी- देवताओं की नहीं रखें मूर्ति
घर के मंदिर में कभी भी काली मां, राहु- केतु, शनि देव की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। क्योंकि ये सब मूर्ति उग्र मानी जाती हैं। साथ ही इनकी पूजा का विधि- विधान काफी कठिन होता है। जो साधारण इंसान नहीं कर सकता है। इसलिए पूजा घर में हमेशा खुशहाल और बैठी हुई मूर्ति रखनी चाहिए। ऐसा करने से जीवन में सुख- समृद्धि का वास बना सकता है।
नांचते हुए गणेश जी की मूर्ति नहीं रखें
वास्तु शास्त्र अनुसार पूजा घर में कभी भी गणेश जी प्लास्टर ऑफ पेरिस और नांचते हुए मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। मतलब हमेशा गणेश जी की विराजे हुए मूर्ति ही रखनी चाहिए। वहीं आशीर्वाद देते हुए मूर्ति अच्छी मानी जाती है।
मां लक्ष्मी की जरूर ऱखें मूर्ति
घर के पूजा स्थल में मां लक्ष्मी की मूर्ति जरूर रखनी चाहिए। क्योंकि मां लक्ष्मी धन की देवी मानी जाती हैं। इसलिए जिस घर में मां लक्ष्मी का वास रहता है, वहां धन- समृद्धि का वास रहता है। साथ ही वहां कभी भी दरिद्री नहीं आती है। मां लक्ष्मी की मूर्ति सदैव की बैठी हुई अवस्था में होनी चाहिए। पूजा घर में कभी भी खड़ी हुई मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। वहीं अगर आप मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की भी मूर्ति रखते हैं, तो वह बहुत शुभ होता है।