Vastu Shastra: हम में से कई लोग अपनी रोजमर्रा की छोटी-छोटी आदतों को बिल्कुल सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र और ज्योतिष के अनुसार, यही आदतें हमारे जीवन में सुख-सफलता या बाधाओं के लिए जिम्मेदार होती हैं। वास्तु एक्सपर्ट का मानना है कि सिर्फ कुंडली में ग्रहों की स्थिति ही नहीं, बल्कि हमारा व्यवहार, दिनचर्या और सोच भी ग्रहों के प्रभाव को बदलने की क्षमता रखते हैं। अगर आपको लगता है कि मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिल रही, जीवन में बार-बार रुकावटें आ रही हैं या मन में अशांति है, तो अपनी इन गलत आदतों को जरूर बदलें। वरना इससे आपको अपने जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
देर से सोना और उठना
वास्तु विशेषज्ञ के अनुसार, देर रात तक जागना और सुबह सूरज निकलने के बाद उठना सूर्य ग्रह को कमजोर करता है। सूर्य शक्ति, प्रतिष्ठा और नेतृत्व का कारक माना जाता है। जिन लोगों की दिनचर्या बिगड़ी रहती है, उनकी कुंडली में सूर्यदोष बनने लगता है। इसके अलावा, पिता का अनादर करना या कार्यस्थल के वरिष्ठों का अपमान करना भी सूर्य को कमजोर करता है। इसलिए नए साल शुरू होने से पहले अपनी इस आदत को जरूर सुधार लें ताकी आने वाला साल आपके लिए शानदार साबित हो।
ईर्ष्या और जलन
किसी की सफलता देखकर जलना या उनकी सफलता में रुकावट डालने की सोचना, राहु दोष का सबसे बड़ा कारण माना गया है। इस आदत से व्यक्ति के काम बिगड़ने लगते हैं और जीवन में अनचाही रुकावटें आने लगती हैं। ईर्ष्या न सिर्फ मानसिक तनाव बढ़ाती है बल्कि राहु के नकारात्मक प्रभाव को भी बढ़ा देती है।
शराब का सेवन और गरीबों को परेशान करना
शराब पीना, असंयमित जीवन जीना या गरीबों को परेशान करना, शनि को अत्यंत कमजोर करता है। जिन लोगों पर शनि की साढ़े साती या ढैया चल रही हो, उनके लिए यह आदतें और भी ज्यादा हानिकारक होती हैं। शनि की कृपा पाने के लिए संयमित जीवन शैली अपनाना और दूसरों की मदद करना सबसे बड़ा उपाय माना गया है।
नाखून चबाने की आदत
बहुत से लोगों को नाखून चबाने की आदत होती है। लेकिन ज्योतिष के अनुसार आपकी यह आदत राहु और शनि दोनों ग्रहों पर नकारात्मक असर डालती है। इससे जीवन में चिंता, उलझनें और अनचाहे डर बढ़ने की संभावना रहती है।
पानी की बर्बादी
पानी को बिना जरूरत बहने देना या उसकी बर्बादी करना चंद्र दोष उत्पन्न करता है। इससे घर में अनावश्यक तनाव, बहस और मानसिक अस्थिरता बढ़ सकती है। इसके अलावा, मां या किसी महिला का अपमान करना भी चंद्रमा को कमजोर करता है।
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