Vastu Shastra for Health: कई बार पूरी कोताही बरतने के बावजूद लोग बीमार पड़ जाते हैं, खराब इम्युनिटी, अस्वस्थ खानपान और आलस्य से भरपूर जीवनशैली तो इसके कारण हैं ही, मगर ज्योतिषाचार्य इसके लिए वास्तु शास्त्र को भी जिम्मेदार मानते हैं। उनके अनुसार कई बार वास्तु दोष लगने के कारण लोग बीमार पड़ जाते हैं। बता दें कि वास्तु में जो उपाय बताए जाते हैं वो सिर्फ धन लाभ, रोजगार, करियर व आर्थिक परेशानियों को ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में भी कारगर हैं। शास्त्रों में निरोगी काया को सबसे बड़ा धन माना जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि वास्तु जानकारों के मुताबिक किन उपायों को करने से घर के सदस्यों की सेहत अच्छी बनी रहेगी –
किन वास्तु दोषों से सेहत होती है प्रभावित: वास्तु शास्त्र में इस बात का उल्लेख मिलता है कि अगर घर में उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा बंद हो अथवा दक्षिण-पश्चिम दिशा खुली हो तो इससे वास्तु दोष लग सकता है। जानकार मानते हैं कि इससे केवल बीमारियां ही नहीं बल्कि खर्चे भी बढ़ जाते हैं। इसके अलावा, खाना बनाते समय अगर व्यक्ति दक्षिण दिशा में अपना चेहरा रखता है तो ये भी वास्तु दोष का कारण बनता है। इस स्थिति में खाना बनाने वाले को कमर दर्द, सर्वाइकल और जोड़ों में दर्द की शिकायत हो सकती है।
वहीं, मेंटल स्ट्रेस या फिर दिमाग संबंधी बीमारियां उन्हें हो सकती है जिनके घर के ईशान कोण अर्थात् उत्तर-पूर्व दिशा में शौचालय या फिर सीढ़ियां बनी हों।
करें ये उपाय: वास्तु विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर कोई व्यक्ति बीमार होता है तो उसके पास लाल रंग का कपड़ा रखना लाभप्रद साबित होगा। वास्तु के अनुसार ये माना जाता है कि लाल रंग ऊर्जा प्रदान करता है। बीमारी में इंसान का शरीर कमजोर हो जाता है, ऐसे में उन्हें ताकत की जरूरत होती है। इसके प्रभाव से स्वास्थ्य बेहतर होता है। वहीं, पितरों का ध्यान और स्मरण करना भी ऐसे में जरूरी है ताकि उनका आशीर्वाद प्राप्त होता रहे। इसके साथ ही, हनुमान चालीसा का पाठ भी स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभकारी होगा।
इन्हें दिखाएं घर के बाहर का रास्ता: घरों में कई लोगों की आदत होती है गैर-जरूरी दवाइयों को सजाकर रखने की, लेकिन वास्तु शास्त्र में इसे भी वास्तु दोष का कारण माना जाता है। विद्वानों के मुताबिक ये दवाइयां घर में बीमारियों को लेकर आती है इसलिए ऐसी दवाइयों को घर से बाहर निकाल देना चाहिए।