Gemology: ग्रहों के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए रत्नों का वर्णन मिलता है। इसलिए प्रत्येक ग्रह का एक प्रतिनिधि रत्न निर्धारित किया गया है। जो मनुष्य के जीवन में उस ग्रह विशेष के दुष्प्रभावों को नष्ट करता है। लेकिन क्या आपको पता है कि रत्न कभी शौक- शौक में नहीं धारण करना चाहिए। क्योंकि अगर आप रत्न बिना कुंडली का विश्लेषण करके धारण कर लेते हैं। तो वह रत्न लाभ की जगह नुकसान दे सकता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं माणिक्य रत्न के बारे में, जिसका संंबंध सूर्य देव से माना जाता है। यहां हम आपको बताएंगे किन राशि के लोगों को माणिक्य नहीं धारण करना चाहिए और माणिक्य धारण करते समय क्या- क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
ऐसा होता है माणिक्य
संस्कृत में माणिक को पद्मराग, रविरत्न कहा गया है। हिंदी में माणिक, चुन्नी और अंग्रेजी में रूबी स्टोन कहा जाता जाता है। सबसे अच्छा माणिक्य उड़ीसा का माना जाता है। लेकिन अब वह कम ही मिलता है। वहीं बाजार में अभी सबसे ज्यादा बैंकॉक माणिक्य मिलता है।
इन राशि वालों को नहीं पहनना चाहिए माणिक्य
- वैदिक ज्योतिष अनुसार जिन जातकों की लग्न राशि कन्या, मकर, मिथुन, तुला और कुंभ हो तो उन्हें माणिक्य रत्न धारण करने से बचना चाहिए।
- वहीं जिन लोगों की कुंडली में सूर्य देव अशुभ यानि नीच की स्थिति में विराजमान हो तो भी माणिक्य नहीं पहनना चाहिए।
- माणिक्य रत्न के साथ गोमेद और नीलम रत्न को नहीं पहनना चाहिए। वरना नुकसान हो सकता है।
- वहीं अगर कुंडली में सूर्य देव के साथ केतु, राहु स्थित हों तो भी माणिक्य धारण करने से बचना चाहिए।
- जो लोग शनि संबंधित व्यापार कर रहे हैं उन्हें भी माणिक धारण नहीं करना चाहिए।
माणिक्य पहनने से हो सकते हैं ये नुकसान
1- माणिक्य धारण करने से नौकरी में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
2- बिना कुंडली का विश्लेषण किए माणिक्य धारण करने से हृदय रोग और आंख के रोग हो सकते हैं।
3- जन्मकुंडली में सूर्य शनि ग्रह से पीड़ित हो और व्यक्ति माणिक्य धाऱण कर लें तो व्यक्ति को ब्लडप्रेशर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
4- अगर बिना कुंडली का विश्लेषण करके माणिक्य धारण किया जाए, तो व्यक्ति के बॉस और पिता के साथ संंबंध खराब हो सकते हैं।