विदुर नीति और चाणक्य नीति (Chanakya Niti) की तरह ही शुक्रनीति भी काफी प्रसिद्ध है। इसमें मानव समाज के कल्याण से संबंधित कई जरूरी बातें बताई गई हैं। शुक्र नीति में हजारों श्लोक हैं जिसमें से एक श्लोक में बताया गया है कि वे कौन सी 9 बातें हैं जो इंसान को दूसरों से हमेशा छिपाकर रखनी चाहिए।

श्लोक : “आयुर्वित्तं गृहच्छिद्रं मंत्रमैथुनभेषजम्। दानमानापमानं च नवैतानि सुगोपयेतू।।” अर्थात व्यक्ति को अपनी आयु, ग्रह और गृह के दोष, मंत्र, मैथुन, धन, औषधि, दान, मान सम्मान, अपमान और अपनी अयोग्यता को छुपाकर रखना चाहिए अन्यथा नुकसान उठाना पड़ सकता है।

आयु: बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो अपनी आयु कभी सही नहीं बताते। राक्षसों के गुरु शुक्राचार्य की नीति अनुसार आयु हमेशा छिपाकर रखना ही उचित माना जाता है। जब भी कोई व्यक्ति बिना किसी कारण के आपकी आयु पूछता है तो उसे अपनी सही उम्र बिल्कुल भी न बताएं। शुक्राचार्य अनुसार आयु को जितना गुप्त रखा जाए, उतना ही अच्छा माना जाता है। आपकी आयु का पता चलने पर आपके शत्रु इस बात का किसी तरह से लाभ उठाकर अपने हित में प्रयोग कर सकते हैं।

गृहच्छिद्रं यानि घर के भेद: अपने घर-परिवार की बातें कभी बाहर वालों को नहीं बतानी चाहिए। ऐसा करने से बाद में पछताना पड़ता है। पर्सनल बातों को बाहर वालों से शेयर करने से घर के सदस्यों में मनमुटाव होने के आसार रहते हैं। घर की बातें जितनी गुप्त रखी जाएं उतना ही अच्छा है।

धन: जीवन में हर छोटी मोटी जरूरत पूरी करने के लिए धन की जरूरत पड़ती है लेकिन कई बार यही धन परेशानी का कारण भी बनता है। शुक्राचार्य कहते हैं कि अपने धन को जितना गुप्त रखा जाए उतना अच्छा रहता है। वरना कई लोग अपने धन के लालच में जान-पहचान बढ़ाकर आपका नुकसान कर सकते हैं।

मंत्र: कहा जाता है कि मनुष्य को अपनी पूजा पाठ और मंत्र को गुप्त रखना चाहिए। खासकर जो मंत्र गुरु द्वारा दिया जाता है वो कभी किसी से शेयर नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से उस मंत्र के जाप का पुण्य फल प्राप्त नहीं हो पाता।

औषध: इसका मतलब डॉक्टर से है। डॉक्टर एक ऐसा व्यक्ति होता है जो आपके बारे में निजी बातें भी जान सकता है। ऐसे में आपके दुश्मन चिकित्सक की मदद से आपके लिए परेशानी या समाज में आपको शर्मिंदा कर सकते हैं। इसलिए बेहतर होता है कि अपने डॉक्टर की जानकारी सभी लोगों से गुप्त रखें। यानी आप किस चीज का उपचार करा रहे हैं या फिर कौन सी दवाई लेते हैं ये बातें हर किसी को नहीं बतानी चाहिए।

मैथुन यानि कामक्रिया: ये पति-पत्नी के बीच की अत्यंत गुप्त बात होती है। इसे गुप्त रखना ही अच्छा होता है। ये बातें किसी तीसरे व्यक्ति को पता चल जाए तो ये घातक साबित हो सकता है। ये बातें परेशानी के साथ-साथ शर्म का कारण भी बन सकती हैं।

दान: दान हमेशा गुप्त रूप से करना ही फलदायी माना जाता है। जो लोग दूसरों की तारीफ पाने के लिए या फिर लोगों के बीच में अपनी महानता दिखाने के लिए दान करने का दिखावा करते हैं उनके सभी पुण्य कर्म खत्म हो जाते हैं। ऐसे दान का कोई भी लाभ नहीं मिलता।

मान-सम्मान: कभी भी अपने मान-सम्मान का दिखावा नहीं करना चाहिए। बहुत से लोगों को अपने मान-सम्मान का दिखावा करने की आदत होती है। ये आदत किसी भी व्यक्ति के लिए अच्छी नहीं मानी जाती। इस आदत के कारण कई लोग आपसे दूरी बना लेते हैं।

अपमान: मनुष्य को कभी भी अपने अपमान की बातें किसी से शेयर नहीं करनी चाहिए। यदि आपका कोई अपमान कर दे और आप ये बात किसी से शेयर कर लेते हैं तो इससे आपका नुकसान होने की संभावना रहती है। लोग इस बात से आपका मजाक बना सकते हैं।