Shani Dev Vakri: वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि देव वक्री होने जा रहे हैं और वह लगभग 30 साल बाद कुंभ में उल्टी चाल चलेंगे। क्योंकि शनि देव एक राशि में लगभग ढ़ाई साल बाद प्रवेश करते हैं। इसलिए शनि देव का कुंभ राशि में वक्री होना बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। शनि ग्रह 17 जून को वक्री होंगे। जिसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर देखने को मिलेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसी हैं, जिनको शनि देव के वक्री होते ही धनलाभ और तरक्की के योग बनेंगे। आइए जानते हैं ये भाग्यशाली राशियां कौन सी हैं…
तुला राशि (Tula Zodiac)
आप लोगों को शनि देव का वक्री होना शुभ साबित हो सकता है। क्योंकि शनि देव आपकी राशि से पंचम भाव में वक्री होंगे। साथ ही वह चतुर्थ स्थान के स्वामी भी हैं। इसलिए इस समय आपको संंतान से संबंधित कोई शुभ सूचना मिल सकती है। वहीं जो लोग संतान पाने के इच्छुक हैं। उनको संतान की प्राप्ति हो सकती है। वहीं आप अपनी बुद्धि के प्रयोग से हर काम में सफलता प्राप्त करेंगे। आप धन की बचत अधिक कर पाएंगे। प्रेम संबंधों में पार्टनर के साथ गजब का सामंजस्य देखने को मिलेगा। साथ ही इस समय आप वाहन और प्रापर्टी भी खरीद सकते हैं।
कन्या राशि (Kanya Zodiac)
शनि देव का वक्री होना कन्या राशि के जातकों को अनुकूल सिद्ध हो सकता है। क्योंकि शनि देव आपकी गोचर कुंडली के छठे भाव में वक्री होने जा रहे हैं। इसलिए इस समय आपको कोर्ट- कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है। वहीं शत्रुओं पर आप इस समय विजय पाएंगे। साथ ही आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। वहीं जो लोग व्यवसाय से जुड़े हैं उन्हें उच्च लाभ की प्राप्ति होगी। कुछ नया काम करने की सोच रहे हैं तो वो भी कर सकते हैं। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। वहीं संतान की कोई तरक्की हो सकती है।
वृष राशि (Taurus Zodiac)
शनि देव का उल्टी चाल चलना वृष राशि के जातकों को फायदेमंद सिद्ध हो सकता है। क्योंकि शनि देव आपकी गोचर कुंडली के दशम भाव में वक्री होने जा रहे हैं। जिसे कार्यक्षेत्र और नौकरी का स्थान माना जाता है। इसलिए इस समय जो लोग बेरोजगार हैं, उनको नई नौकरी मिल सकती है। वहीं मिलेगा। जो लोग व्यवसाय से जुड़े हैं उन्हें उच्च लाभ की प्राप्ति होगी। साथ ही कोई बड़ी व्यवसायिक डील हो सकती है, जिससे भविष्य में लाभ हो सकता है। वहीं जो लोग पैतृक व्यापार करते हैंं, उनको यह अवधि शानदार साबित हो सकती है।