Nirjala Ekadashi Vrat 2023: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है। मान्यता है जो भी व्यक्ति इस व्रत को रखकर भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना करता है, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आपको बता दें कि निर्जला एकादशी ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है, जो कि इस बार 30 मई को है। सभी एकादशियों में निर्जला एकादशी का व्रत सबसे कठिन माना जाता है। क्योंकि इस व्रत में जल ग्रहण करने की मनाही होती है। लेकिन क्या आपको पता है कि इस दिन कौन से कार्यों को करने की मनाही होती है। आइए जानते हैं…
निर्जला एकादशी तिथि 2023 (Nirjala Ekadashi Tithi 2023)
वैदिक पंचांग के अनुसार निर्जला एकादशी 30 मई मंगलवार को दोपहर 1 बजकर 8 मिनट से शुरू हो जाएगी और इसका अंत 31 मई को दोपहर 1 बजकर 46 मिनट पर होगी। इसलिए उदयातिथि के अनुसार निर्जला एकादशी का व्रत 31 मई को रखा जाएगा। वहीं व्रत का पारण 1 जून को सुबह किया जाएगा।
निर्जला एकादशी पर भूल से भी न करें ये काम
1- निर्जला एकादशी के दिन बाल और शिविंग नहीं करनी चाहिए। वहीं शास्त्रों में नाखून काटना भी वर्जित बताया गया है। क्योंकि अगर आप ऐसा करने हैं तो आपके जीवन में दरिद्री छा सकती है। साथ ही मां लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं।
2- निर्जला के दिन सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए। साथ ही जल्दी स्नान करके साफ- स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए। वहीं इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए। वहीं अगर आप सुबह देर तक सोते हैं, तो मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।
3- निर्जला एकादशी के दिन पीले या सफेद रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। पीले रंग का संबंध भगवान विष्णु से माना जाता है। साथ ही काले रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए।
4- अगर आप प्याज और लहसुन का सेवन करते हैं, तो एकादशी के दिन भूलकर भी प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि प्याज और लहसुन को तामसिक भोजन माना जाता है और इनका सेवन करने से मन पूजा में नहीं लगता है। जिससे पूजा का पूरा फल प्राप्त नहीं हो पाता है। इसलिए निर्जला एकादशी के दिन प्याज लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आपके घर में कोई व्रत नहीं भी है तो भी प्याज लहसुन का प्रयोग न करें। वहीं इस दिन भूलकर शराब का सेवन भी नहीं करना चाहिए।