हिंदू धर्म में माघ मेले का विशेष महत्व होता है। माघ माह में प्रयागराज में प्रसिद्ध मेला लगता है, जिसे माघ मेला के नाम से जानते हैं। इस दौरान छह प्रमुख स्रान तिथियों पर देश-विदेश के करोड़ों लोग प्रयागराज में आस्था की डुबकी लगाते हैं। दरअसल, यह समय सनातनी भक्तों की धार्मिक, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम का होता है, जिसमें साधु-संतों एवं गृहस्थों के अतिरिक्त अन्य सामान्य भक्तगण भी शामिल होते हैं। मान्यता है कि गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में पवित्र स्नान करने से पापों का क्षय होता है और मोक्ष की प्राप्ति संभव होती है। इस साल माघ मेला की शुरुआत 3 जनवरी से होगी और 15 फरवरी तक चलेगा।
माघ मेला का शुभारंभ
वैदिक पंचांग के मुताबिक पौष पूर्णिमा तिथि 2 जनवरी 2026 को शाम 06 बजकर 54 से आरंभ होगी और अगले दिन 3 जनवरी को दोपहर 03 बजकर 32 तक रहेगी। ऐसे में उदयातिथि के आधार पर पौष पूर्णिमा का स्नान 3 जनवरी 2026 को होगाय़ इस आधार पर माघ मेला का शुभारंभ नए साल 2026 में 3 जनवरी रविवार से होगा।
माघ मेला 2026 की स्नान की तिथियां (Magh Mela 2026 Snan Dates List)
- 3 जनवरी 2026, शनिवार – पौष पूर्णिमा
- 15 जनवरी 2026, गुरुवार – मकर संक्रांति
- 18 जनवरी 2026, रविवार – मौनी अमावस्या
- 23 जनवरी 2026, शुक्रवार – बसंत पंचमी
- 1 फरवरी 2026, रविवार – माघी पूर्णिमा
- 15 फरवरी 2026, रविवार – महाशिवरात्रि
माघ महीना का महत्व
माघ माह में दान- स्नान का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार माघ माह में पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी प्रकार के पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही व्यक्ति को अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। यही कारण है कि हर वर्ष मकर संक्रांति से पूरे माघ महीने तक असंख्य भक्त संगम आकर स्नान, पूजा और आध्यात्मिक साधना करते हैं।
