Significance of Feeding Birds: कुंडली में अशुभ ग्रह के उपाय के लिए दान, मंत्र और रत्न का जिक्र ज्योतिष शास्त्र में मिलता है। मान्यता है अगर कोई व्यक्ति किसी ग्रह के नकारात्मक प्रभाव को दूर करने के लिए उस ग्रह से संबंधित दान करता है, तो उस ग्रह का अशुभ प्रभाव काफी हद तक कम हो सकता है। लेकिन क्या आपको पता है कि पक्षियों को दाना- पानी डालने से भी नवग्रहों के अशुभ प्रभाव को दूर किया जा सकता है। क्योंकि प्राणियों और पक्षियों में अनिष्ट तत्वों को काबू में रखने की अद्भुत शक्तियां होती हैं। जैसे- काले कौवे को भोजन कराने से अनिष्ट व शत्रु का नाश होता है साथ ही शनि ग्रह से संबंधित पीड़ाओं का शमन होता है। वहीं बुध ग्रह के अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए तोता पाला जाता है। वहीं इन पक्षियों को दाना डालने से नौकरी व कारोबार में तरक्की मिल सकती है। आइए जानते हैं कुंडली के धन भाव के अनुसार आपको पक्षियों को कैसे दाना- पानी डालना चाहिए…

सूर्य ग्रह के लिए

जन्मकुंडली के मुताबिक अगर धन स्थान के स्वामी सूर्य देव हो तो, करियर, कारोबार में तरक्की के लिए बाजरा और गेहूं को रविवार के दिन पक्षियों को डालें। साथ ही दानना डालते समय सूर्य मंत्र  जाप करें, यह क्रिया प्रतिदिन करें। आपको बता दें कि सूर्य कृपा से कुंडली के धन स्थान में वृद्धि होगी और आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। सूर्य स्तुति – जपाकुसुमसंकाशं काश्यपेयं महाद्युतिम्। तमोऽरिं सर्वपापघ्नं प्रणतोस्मि दिवाकरम्।।

चंद्र ग्रह के लिए

वहीं अगर कुंडली में धन भाव का स्वामी चंद्रमा है तो चंद्रमा द्वारा धन प्राप्त करने के लिए सोमवार को प्रतिष्ठान खोलते समय चंद्र ग्रह से संबंधित मंत्र का जप करें। साथ ही  चावल को मुख्य द्वार के पास किसी मिट्टी के पात्र में रखें और प्रतिदिन एक मुट्ठी चावल उस पात्र में डालते जाएं। इसके बाद पहले दिन डाले गए चावल को छत पर डाल दें जहां उसको चिड़िया खा सकें। ऐसा करने से जीवन सें सुख- शांति का वास रहेगा। चंद्र स्तुति – दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णवसम्भवम्। नमामि शशिनं सोमं शम्भोर्मुकुटभूषणम्।।

मंगल ग्रह के लिए

कुंडली में धन का स्वामी मंगल देव हैं तो लाल मसूर की दाल को छत पर डाल लेंं। साथ ही मंगल के मंत्र की स्तुति करें। ऐसा करने से धन में वृद्धि होगी। साथ ही साहस, पराक्रम की प्राप्ति होगी। मंगल की स्तुति – धरणीगर्भसम्भूतं विद्युत्कान्तिसमप्रभम्। कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम्।। 

बुध ग्रह के लिए

जन्मकुंडली में स्थान का स्वामी बुध होने पर बुध ग्रह का मंत्र जपते हुए हरी मूंग की दाल चिड़ियों को डालें। सा करने से कारोबार में तरक्की होगी। साथ ही आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। बुध ग्रह की स्तुति ‘प्रियंगुकलिकाश्यामं रूपेणाप्रतिमं बुधम्। सौम्यं सौम्यगुणोपेतं तं बुधं प्रणमाम्यहम्।।

गुरु ग्रह के लिए

जन्मपत्री में धन स्थान का मालिक गुरु ग्रह हैं तो अरहर अथवा चने की दाल को पक्षियों को डालने से पहले बृहस्पति देवता का नमन एवं स्मरण इस प्रकार करें। ऐसा करने से ज्ञान की प्राप्ति होगी। साथ ही जीवन में समृद्धि आएगी। गुरु की स्तुति- देवानां च ऋषीणां च गुरूं कांचनसन्निभम्। बुद्धिभूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम् ।।

शुक्र ग्रह के लिए

जन्मकुंडली में धन भावन का स्वामी शुक्र होने पर चावल, जौं पक्षियों को डालने से पहले शुक्र देव की स्तुति इस प्रकार करें। ऐसा करने से आपको सभी भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। साथ ही धन में वृद्धि होगी। शुक्र ग्रह की स्तुति- हिमकुन्दमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरूम्। सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहम्।।

शनि ग्रह के लिए

अगर आपकी जन्मकुंडली में धन भाव के स्वामी शनि ग्रह हैं तो पर काली उड़द की दाल और काले तिल को शनि ग्रह से सम्बन्धित मंत्र पढ़कर शनिवार से शुरू कर रोग पक्षियों को डालें। ऐसा करने से आपको सभी कष्टों से मुक्ति मिल सकती है। साथ ही करियर, कारोबार में तरक्की मिलेगी। शनि ग्रह की स्तुति- नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्। छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।। उपाय के प्रभाव एवं ग्रह कृपा से दुकान में बिक्री बड़ने लगेगी।

राहु- केतु ग्रह के लिए

अगर कुंडली में राहु- केतु अशुभ अशुभ हो तो  राहु/केतु की शांति के निमित्त बाजरा, जौं, सरसों को बुधवार और शनिवार के दिन से शुरू कर रोज पानी के साथ चिड़ियों के सामने डालें। ऐसा करने से आपको राहु- केतु के प्रकोप से मुक्ति मिलेगी। वहीं राहु के लिए मंत्र अर्धकायं महावीर्यं चन्द्रादित्यविमर्दनम्। सिंहिकागर्भसम्भूतं तं राहुं प्रणमाम्यहम्।। जपें और केतु के लिए मंत्र पलाशपुष्पसंकाशं तारकाग्रहमस्तकम्। रौद्रं रौद्रात्मकं घोरं तं केतुं प्रणमाम्यहम्।। का जप करें।

यह भी पढ़ें:

मेष राशि का 2023 से 2030 का वर्षफलवृष राशि का 2023 से 2030 का वर्षफल
मिथुन राशि का 2023 से 2030 का वर्षफलकर्क राशि का 2023 से 2030 का वर्षफल
सिंह राशि का 2023 से 2030 का वर्षफलकन्या राशि का 2023 से 2030 का वर्षफल
तुला राशि का 2023 से 2030 का वर्षफलवृश्चिक राशि का 2023 से 2030 का वर्षफल
धनु राशि का 2023 से 2030 का वर्षफलमकर राशि का 2023 से 2030 का वर्षफल
कुंभ राशि का 2023 से 2030 का वर्षफलमीन राशि का 2023 से 2030 का वर्षफल