Durga Puja 2023 Wishes: बंगाली समाज का सबसे बड़ा त्योहार दुर्गा पूजा का पर्व आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के साथ आरंभ हो जाता है, जो दशमी तिथि तक चलता है। इस दिन पंडालों में मां दुर्गा की भव्य मूर्ति स्थापित की जाती है। मां दुर्गा के साथ-साथ नौ देवियों की मूर्ति भी स्थापित करते हैं। इसके साथ ही सरस्वती, गणेश जी और कार्तिकेय जी की भी मूर्ति स्थापित की जाती है। इस साल दुर्गा पूजा 20 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तरक है। इस दौरान मां दुर्गा के प्राण प्रतिष्ठा करने के साथ-साथ विभिन्न भोग लगाएं जाएंगे। इसके साथ ही सिंदूर खेला से लेकर धुनुची नृत्य किया जाएगा। दुर्गा पूजा के खास मौके पर आप भी अपने करीबियों, रिश्तेदारों और दोस्तों को शुभकामनाएं दें।
मैं आपके और आपके परिवार के अच्छे स्वास्थ्य, धन और खुशी की कामना करता हूं। मां दुर्गा हम सभी पर कृपा करें।
हैप्पी दुर्गा पूजा 2022!
मां दुर्गा आपकी हर एक बुराई से लड़ने की ताकत दें,
आपको आंतरिक शक्ति प्रदान करें।
अच्छाई को हमेशा बुराई पर विजय मिलती है!
दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं

लाल रंग की चुनरी से सजा मां का दरबार
हर्षित हुआ मन, पुलकित हुआ संसार
नन्हें-नन्हें क़दमों से मां आएं आपके द्वार
इस नवरात्र यही है हमारी दुआ
जय माता दी
देवी के कदम आपके घर में आएं
आप खुशहाली से नहाएं
परेशानियां आपसे आंखे चुराएं
दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं!
देवी मां के कदम आपके घर में आएं,
आप खुशी से नहाएं,
परेशानियां आपसे आँखे चुराएं,
दुर्गा पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं…
देवी दुर्गा आपको सभी बाधाओं से लड़ने के लिए पर्याप्त शक्ति दें,
सभी प्रतिकूलताओं का सामना करने का साहस,
काम करने और अपने सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने का दृढ़ संकल्प दें।
हैप्पी दुर्गा पूजा 2023

जब जब याद किया तुझे ए मां,
तूने आंचल में अपने आसरा दिया,
कलयुगी इस जहां में, एक तूने ही सहारा दिया।
दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं
माता रानी वरदान ना देना हमें,
बस थोड़ा-सा प्यार देना हमें,
तेरे चरणों में बीते ये जीवन सारा,
एक बस यही आशीर्वाद देना हमें
दुर्गा पूजा की ढेर सारी शुभकामनाएं
मां दुर्गा के सम्मान में, आइए हम अपने चारों ओर खुशी और सकारात्मकता फैलाएं। दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं
मनुष्य, अपूर्ण, बाध्य, दुःखी, के भीतर हजारों शत्रु हैं। वह नकारात्मक विचारों, भय, लालसाओं से ग्रस्त है। ये हैं स्वार्थ, ईर्ष्या, क्षुद्रता, पूर्वाग्रह और घृणा, कहने को तो बस कुछ ही। साधक को अपने भीतर के इन अराजक खलनायकों से छुटकारा पाना होगा। मां दुर्गा की कृपा से, इन विनाशकारी स्वामियों का विनाश होना है। हमारे भीतर की सभी नकारात्मक शक्तियों को नष्ट करने में हमारी मदद करने के लिए भयानक माता का आह्वान करें; सारी कमजोरियां सारी क्षुद्रता। -स्वामी चिन्मयानंद