Chhath Puja 2024 Sunset Time Today, Surya Arghya Ka Samay City Wise List: आस्था का महापर्व छठ देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज का दिन काफी खास है। छठ के तीसरे दिन को बड़ी छठ कहा जाता है। मान्यता है कि खरना का प्रसाद ग्रहण करने के साथ 36 घंटे का निर्जला व्रत आरंभ हो जाता है, जो चौथे दिन उषा काल में सूर्य देव को अर्घ्य देने के साथ समाप्त होता है। छठ पर्व को सबसे कठोर व्रतों में से एक माना जाता है। छठ पर्व के तीसरे दिन शाम को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ विधिवत पूजा करने का विधान है। आइए जानते हैं आपके शहर में किस समय दिया जाएगा संध्या अर्घ्य…
छठ मईया की आरती
बता दें कि छठ महापर्व सबसे ज्यादा बिहार में मनाया जाता है। इसके अलावा झारखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली से लेकर देश-विदेश में धूमधाम से मनाते हैं। संध्या अर्घ्य देने के साथ चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। इसके बाद व्रती प्रसाद खाकर अपना व्रत तोड़ते हैं और सभी को प्रसाद बांटने के साथ सुख-समृद्धि की कामना सूर्य देव और छठी मैया से करते हैं।
जानें शहर के अनुसार अर्घ्य का समय
शहर | सूर्यास्त का समय |
दिल्ली | शाम 5 बजकर 32 मिनट |
मुंबई | शाम को 6 बजकर 2 मिनट पर |
पटना | सूर्यास्त 5 बजकर 4 मिनट पर |
बनारस | शाम को 5 बजकर 13 मिनट |
लखनऊ | शाम को 5 बजकर 19 मिनट पर |
गोरखपुर | शाम को 5 बजकर 10 मिनट |
प्रयागराज | शाम को 5 बजकर 13 मिनट |
धनबाद | शाम को 5 बजकर 02 मिनट |
भागलपुर | शाम को 4 बजकर 58 मिनट |
सीवान | शाम को 5 बजकर 07 मिनट |
पूर्णिया | शाम 4 बजकर 55 मिनट |
किशनगंज | शाम 4 बजकर 52 मिनट |
जमशेदपुर | शाम 5 बजकर 4 मिनट |
रांची | शाम 5 बजकर 7 मिनट |
कोलकाता | शाम 5 बजकर 1 मिनट |
गाजियाबाद | शाम 5 बजकर 2 मिनट |
मेरठ | शाम 5 बजकर 3 मिनट |
बिहार शरीफ | शाम 5 बजकर 4 मिनट |
डूबते सूर्य को ऐसे दें अर्घ्य
छठ के तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देने का विधान है। इस दौरान व्रत पवित्र जल में कमर तक खड़े होकर सूर्य देव की पूजा करती है। सूर्य को अर्घ्य देने के लिए एक लोटे में जल, कच्चे दूध की कुछ बूंदे, लाल चंदन, फूल, अक्षत और कुश डाल लें। इसके बाद सूर्य देव को धीरे-धीरे जल प्रवाहित कर अर्घ्य दें। इसके साथ सूर्य मंत्रों का जाप करें। इसके बाद दउरा और सूप में रखे सामग्री से पूजा करती हैं।
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