Vipreet Rajyog: वैदिक ज्योतिष मुताबिक ग्रह समय- समय पर दूसरे ग्रहों के साथ युति बनाकर राजयोग का निर्माण करते हैं। जिसका प्रभाव मानव जीवन और देश- दुनिया पर देखने को मिलता है। आपको बता दें कि बुध ग्रह ने मिथुन राशि में प्रवेश कर लिया है, जहां पहले से सूर्य ग्रह विराजमान हैं। जिससे विपरीत राजयोग का निर्माण हो रहा है। वहीं इस राजयोग का प्रभाव सभी 12 राशियों के जातकों पर देखने को मिलेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसी हैं, जिनको इस समय धनलाभ और तरक्की के योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं ये लकी राशियां कौन सी हैं…

मेष राशि (Aries Zodiac)

आप लोगों के लिए विपरीत राजयोग शुभ साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी गोचर कुंडली में तीसरे और छठे भाव के स्वामी हैं और वह तीसरे भाव में विराजमान हैं। साथ ही सूर्य के प्रभाव से अस्त हैं। वहीं केतु की 9वीं दृष्टि भी पड़ रही है। इसलिए इस समय आपको विदेशों से लाभ मिल सकता है। वहीं शिक्षा से जुड़े लोगों को लाभ मिल सकता है। साथ ही आपका पैसा फंसा हुआ था वो मिल सकता है। वहीं कारोबारियों को उधार दिया हुआ धन मिल सकता है। इस दौरान आपके व्यापार में वृद्धि होगी। आपका व्यापार दिन दुगनी और रात चौगुनी तरक्की करेगा।

कर्क राशि (Cancer Zodiac)

विपरीत राजयोग का बनना कर्क राशि के जातकों को लाभप्रद सिद्ध हो सकता है। क्योंकि बुध ग्रह आपकी गोचर कुंडली के 12वें और तीसरे भाव के स्वामी होते हैं। वहीं केतु की दृष्टि भी पड़ रही है। इसलिए इस समय आपकी फिजूल खर्च होना बंद होंगे। वहीं आकस्मिक धनलाभ होगा। आय में वृद्धि होगी। साथ ही आपके नए लोगों के साथ संपर्क जुड़ेंगे। जो लोग साझेदारी में व्यापार करते हैं उन्हें कोई नया साझेदार मिल सकता है। वहीं प्रतियोगी छात्रों के लिए यह समय शुभ साबित हो सकता है। वह किसी परीक्षा में पास हो सकते हैं।

वृश्चिक राशि (Scorpio Zodiac)

आप लोगों के लिए विपरीत राजयोग का बनना अनुकूल साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी गोचर कुंडली में बुध एकादश और अष्टम भाव के स्वामी होकर अष्टम भाव में स्थित हैं। साथ ही केतु ग्रह की 9वीं दृष्टि पड़ रही है। इसलिए इस समय आपको शारीरिक कष्ट तो रहेगा। लेकिन धन की आवक बनी रहेगी। वहीं व्यापार में अच्छा धनलाभ हो सकता है। साथ ही आय़ के नए- नए स्त्रोत बन सकते हैं। वहीं पुराने निवेश से लाभ होगा।

मकर राशि (Makar Zodiac)

विपरीत राजयोग मकर राशि के जातकों को शुभ फलदायी साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी गोचर कुंडली में बुध ग्रह छठे और नवम भाव के स्वामी हैं। साथ ही वह छठे भाव में ही स्थित हैं। इसलिए इस समय आपको कोर्ट- कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है। साथ ही साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी। वहीं आप इस समय कर्जा चुकाने में सफल रहेंगे। वहीं सेहत में सुधार होगा। साथ ही शत्रुओं पर आपको विजय मिलेगी।

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