Aja Ekadashi 2025 Mantra: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी का व्रत रखा जाता है। यह व्रत भगवान श्रीहरि विष्णु को समर्पित है। धर्मग्रंथों में इस व्रत का अत्यंत महत्व बताया गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से जीवन के सारे पाप नष्ट होते हैं और दुख-दरिद्रता दूर होती है। वहीं, इस दिन लक्ष्मी-नारायण की पूजा तथा मंत्र-जाप करने से जीवन की कई समस्याओं से मुक्ति मिलती है। तो आइए जानते हैं अजा एकादशी व्रत के मंत्र और इसके लाभ।
अजा एकादशी 2025 की तिथि (Aja Ekadashi 2025 Tithi)
पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास की एकादशी तिथि 18 अगस्त की शाम 05:23 बजे से शुरू होकर 19 अगस्त को दोपहर 03:33 बजे समाप्त होगी। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, अजा एकादशी का व्रत 19 अगस्त, मंगलवार को रखा जाएगा।
अजा एकादशी पर करें इन मंत्रों का जाप (Aja Ekadashi 2025 Mantra)
- ओम नमो भगवते वासुदेवाय नम:।
- ओम नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।
- ओम ह्रीं श्रीं लक्ष्मीवासुदेवाय नमः।
- शान्ताकारं भुजगशयनं पद्मनाभं सुरेशं विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्ण शुभाङ्गम्। लक्ष्मीकान्तं कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यम् वन्दे विष्णुं भवभयहरं सर्वलोकैकनाथम्॥.
- श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
- ॐ विष्णवे नम:
- ॐ हूं विष्णवे नम:
- ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि।
लक्ष्मी विनायक मंत्र (Shri Lakshmi Vinayak Mantra)
दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्। धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।
विष्णु जी के मंत्र (Vishnu Ji Ke Mantra)
- ॐ अं वासुदेवाय नम:
- ॐ आं संकर्षणाय नम:
- ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
- ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
- ॐ नारायणाय नम:
विष्णु जी के पंचरूप मंत्र (Lord Vishnu’s Pancha Rupa Mantras)
ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान। यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्टं च लभ्यते।।
अजा एकादशी 2025 व्रत करने के नियम (Aja Ekadashi 2025 Ke Niyam)
- व्रत से एक दिन पहले से ही हल्का और सात्विक भोजन करें।
- अजा एकादशी के दिन प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और एकादशी व्रत का संकल्प लें।
- एकादशी के दिन व्रत का पालन करें और भगवान विष्णु की आराधना में लीन रहें।
- दिनभर भगवान विष्णु का भजन-कीर्तन करें और अन्न का सेवन न करें।
- अगले दिन द्वादशी के दिन ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को भोजन करवाकर व्रत खोलें।
अजा एकादशी 2025 व्रत के लाभ (Aja Ekadashi 2025 Benefits)
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अगर इस दिन श्रद्धा से भगवान विष्णु का स्मरण और मंत्रों का जाप किया जाए तो जीवन के सारे कष्ट दूर हो सकते हैं। मान्यता है कि इस व्रत को विधिपूर्वक करने से जीवन के पाप कर्म समाप्त हो जाते हैं और व्यक्ति अगले जन्मों में भी सुखद फल प्राप्त करता है। खास बात यह भी है कि इस व्रत को रोग नाशक एकादशी कहा गया है। जो व्यक्ति शारीरिक या मानसिक कष्टों से परेशान है, उसके लिए योगिनी एकादशी का व्रत अत्यंत लाभकारी माना गया है।
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