गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर 27 साल के बाद काशी के घाटों में दिन में ही आरती होनी की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि इस बार चंद्रग्रहण के वजह से शिष्यों को गुरू पूजन के लिए कम समय मिल रहा है। गौरतलब है कि यह पिछले 27 सालों में तगातार तीसरे बार ऐसा हो रहा है कि गंगा आरती को शाम के बजाय दोपहर में करना पड़ जा रहा है।
सावन बुधवार से शुरूः बता दें कि इस साल सावन बुधवार (17 जुलाई) से शुरु हो रहा है। सावन गुरु पूर्णिमा के दूसरे दिन से शुरू हो जाता है। बताया जा रहा है कि इस बार पूरे भारत में चंद्रग्रहण 2 घंटे और 59 मिनट के होंगे। भारत में पूर्णिमा की आधी रात के बाद ग्रहण का स्पर्श होगा। बता दें कि ग्रहण के शुरु होने के पहले सूतक लग जाता है। इस साल सूतक 9 घंटे पहले यानी शाम के 4 बजकर 30 मिनट पर लग जाएगा। सभी मठों, आश्रमों और गुरु घरानों में ऐसा मान्यता है कि सूतक के दौरान कोई पूजा और पाठ नहीं किया जाता है। यही कारण है कि सूतक के लगने से पहले सभी गुरु पूर्णिमा से संबंधित अनुष्ठान को पूरा कर लिया जाता है, नहीं तो मंदिर के कपाट बंद हो जाते हैं।
National Hindi News, 15 July 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
आरती दिन में ही होंगीः श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगलवार (16 जुलाई) के शाम के समय सप्तर्षि आरती और शयन आरती तो अपने निर्धारित समय पर होनी की बात है। लेकिन उसके अगले ही दिन भोर में मंगला आरती दो घंटे के देरी से यानी प्रात: 4.45 बजे शुरु होकर 5.45 बजे समाप्त होगी।
Bihar News Today, 15 July 2019: बिहार की बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें
बता दें कि संस्था गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्र ने बताया कि मंगलवार ( 16 जुलाई) को ग्रहण लगने के चलते आरती दोपहर के तीन बजे होगी। इसके अलावा गंगोत्री सेवा समिति की भी आरती शाम को न होकर दिन के तीन बजे से ही होगी। इनके अलावा अन्य घाटों पर भी आरती को दिन में ही कराने की भी बात सामने आ रही है। बता दें कि पिछले साल 27 जुलाई को भी दिन के 1 बजे ही आरती हुई थी। वहीं 7 अगस्त 2017 को दिन के 12 बजे गंगा आरती को किया गया था।