बेंगलुरू के रवींद्र कलाक्षेत्र में रविवार को मंच पर एक व्यक्ति ने यह दावा करते हुए एक पैकेट फेंका कि वह बम है, उस समय मंच पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दामैया, केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार और पूर्व प्रधान न्यायाधीश जस्टिस एम एन वेंकटचलैया मौजूद थे। जब सिद्धरमैया ने बोलना शुरू किया तभी बॉलकनी में एक व्यक्ति उठा और चिल्लाने लगा, ‘‘आपने हमारे समुदाय के लिए किया क्या है? पहले वह बताइए।’’
पुलिस के अनुसार उसके बाद उसने प्लास्टिक का एक पैकेट मंच पर फेंका जो मुख्यमंत्री के पास नहीं पहुंचा लेकिन उस जगह पर पहुंचा जिसके समीप कुमार और वेंकटचलैया बैठे हुए थे। मंच पर बैठे सुरक्षाकर्मियों ने शीघ्र ही वहां से पैकेट हटा दिया । उस व्यक्ति को पुलिस ने सभागार से निकाला जबकि वह मुख्यमंत्री पर सवाल दागता रहा। पुलिस के अनुसार पैकेट में चॉकलेट की पन्नियां थी। उस व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है।
बेंगलुरू के पुलिस उपायुक्त संदीप पटिल ने कहा, ‘‘प्राथमिक सूचना के अनुसार उस व्यक्ति की पहचान बी एस प्रसाद के रूप में हुई है आर वह बेंगलुरू महानगर पालिका (बीबीएमपी) के वन संभाग में काम करता है। ’’ पाटिल ने कहा कि पुलिस प्रसाद के बारे में बीबीएमपी और उसके परिवार के सदस्यों से सूचनाएं जुटा रही है, वैसे उसने पुलिस के सवालों के अजीब जवाब दिए।
उन्होंने कहा, ‘‘वह कह रहा है कि वह राज्यसभा सदस्य बनना चाहता है, अतएव वह वहां आया था। हम उसके और उसकी गतिविधियों के बारे में सूचना जुटा रहे हैं। ’कार्यक्रम के बाद सिद्धरमैया ने यह कहते हुए इस घटना को सुरक्षा चूक मानने से इनकार कर दिया कि, ‘‘लोकतंत्र में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि वह किस जाति का है, लेकिन जो भी जाति दबी कुचली है, हम उनके लिए काम कर रहे हैं। ऐसी चीजें लोकतंत्र में आम है। मैंने ऐसी चीजें कई बार देखी हैं। ’’ उन्होंने कहा कि किसी ने उसे उकसाया होगा अन्यथा वह ऐसी हरकत करता ही नहीं।