आज के जमाने में नैतिकता और संस्कार से लोग जिस तरह दूर हो रहे हैं, उससे अराजकता की स्थिति बनती जा रही है। लोग अपने फायदे के लिए दूसरों को धोखा देने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। कई बार ऐसी स्थिति बन जाती है जिससे घर-परिवार बर्बादी को झेलने के लिए विवश हो जाता है।

शादी के छह महीने बाद विदाई की बात कही थी

ऐसी ही एक घटना कुछ महीने यूपी के वाराणसी में हुई। राज्य में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हर शहर में गरीब बेटियों का विवाह कराया गया था। इस दौरान एक गरीब घर की बेटी की शादी 24 जनवरी को ताला गांव निवासी दिलीप कुमार के साथ हुई, लेकिन बेटी के साथ शादी करने वाले युवक ने शादी के बाद विदाई नहीं कराई। दोनों पक्षों की सहमति से छह महीने बाद जून में विदाई की तिथि तय की गई।

हाल ही में बेटी को पति के धोखबाज होने का पता चला

शादी के बाद सरकारी धन से खरीदे गए उपहार इत्यादि दिलीप और उसके परिवार वालों को दे दिया गया था। सामान और योजना की राशि युवक अपने साथ लेता गया। गरीब घर की बेटी इस उम्मीद में अपने मायके गई कि छह महीने बाद युवक आएगा और उसे विदाई कराकर अपने साथ ले जाएगा। इस बीच बेटी को कहीं से पता चला कि जिस युवक से उसकी शादी हुई है, वह वास्तव में धोखेबाज है। वह शादी के बाद ही अपनी प्रेमिका के साथ फरार हो गया है।

पुलिस ने पंचायत कराई लेकिन हल नहीं निकला

बेटी का कहना है कि गरीबी की वजह से सामूहिक विवाह योजना के तहत उसने शादी की। अब पति प्रेमिका संग फरार है। मायके वाले विदाई को लेकर मारपीट पर उतारू हैं। इस मामले में चोलापुर पुलिस ने दो दिन पहले अजगरा चौकी पर पंचायत कराई। मामला हल नहीं हुआ तो पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

गरीब घर की बेटी ने इसकी जानकारी घर वालों को दी तो उनके पैरों से जमीन खिसक गई। घर वाले चोलापुर थाने गये और बेटी से तहरीर दिलाई। तहरीर पर पुलिस ने ताला गांव निवासी आरोपी युवक दिलीप कुमार पर धोखाधड़ी समेत कई दूसरी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। बेटी बेहद गरीब परिवार की है। उसके पिता बीमार रहते हैं।