विधानसभा के अंदर पक्ष और विपक्ष में तमाम मुद्दों को लेकर बहस और तकरार का दौर चलता रहता है। विपक्ष सत्ता पक्ष की कमियों को लेकर जोर-शोर से आवाज उठाता है तो सत्ता पक्ष विपक्ष के आरोपों पर अपना जवाब पेश करता है। उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र के दौरान गाय के गोबर को लेकर नेता विपक्ष और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने टिप्पणी की और उसमें बदबू आने की बात कही तो जवाब में मुख्यमंत्री और नेता सदन योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “अखिलेश जी चचा शिवपाल से ही कुछ सीखा होता तो ऐसी बात नहीं कहते।”

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गाय का गोबर तो हमारे यहां संस्कार की चीज है। गाय के गोबर को तो बड़ा पवित्र माना गया है। पूजा में उसका लक्ष्मी के रूप में उपयोग किया जाता है। बिना गाय के गोबर का तो पूजा होती ही नहीं है। उनकी बात पर अखिलेश यादव ने कहा कि “स्वीकार कर लिया।” मुख्यमंत्री ने कहा कि यह चचा शिवपाल के संपर्क में आने का परिणाम है।

उन्होंने कहा कि भारत में कृषि प्रधान व्यवस्था है। यह बिना गोबर के नहीं हो सकती है। कहा कि सरकार नेचुरल फार्मिंग को लाने जा रही है और इस ओर काम करने में बिना गाय के गोबर का कुछ नहीं हो सकता है। कहा कि सदन में कई सदस्य किसान भी हैं और प्रगतिशील किसान हैं। वे जानते हैं कि नेचुरल फार्मिंग में फर्टीलाइजर का प्रयोग नहीं होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे किसानों को बहुत फायदा होगा। कहा कि पेस्टीसाइट्स, केमिकल आदि से जो भी नुकसान या साइड इफेक्ट खेती को हो रही है, वह सब दूर हो जाएगी और खेती अच्छी होगी। सरकार उसको उसी दिशा में आगे बढ़ाने का काम कर रही है।

योगी आदित्यनाथ के भाषण के दौरान सदन में जोरदार ठहाके लगे तथा सत्ता और विपक्ष दोनों ओर से तालियां भी बजीं। इस दौरान अखिलेश यादव की शायरी पर भी तालियां बजीं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गाय का गोबर तो समृद्धि का प्रतीक है और भारत की समृद्धि तो वहीं स शुरू होती है। इसलिए इसको ऐसा कहना ठीक हैं। इस दौरान सदन में दोनों पक्ष से हंसी के फव्वारे छूटते रहे।