Yogi Adityanath Govt 2.0: सोमवार को यूपी के नए विधायक शपथ लेंगे। विधान भवन में शपथ ग्रहण समोरोह का आयोजन होगा। वहीं यूपी में मिली करारी हार के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को बड़ी जिम्मेदारी दी है। मायावती ने भतीजे आकाश को राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर बना दिया है। साथ ही बसपा की यूपी की कार्यकारणी को भी भंग कर दिया है।
वहीं सपा अपने सहयोगी दलों के साथ कल बैठक करेगी, जहां आगे की रणनीति तय होगी। इस मीटिंग में सहयोगी दलों के विधायक और पार्टी अध्यक्ष शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में दोबारा गठित भारतीय जनता पार्टी की सरकार में बतौर राज्य मंत्री शामिल किये गये दानिश आजाद अंसारी ने रविवार को दावा किया कि मुस्लिम समाज में भाजपा के प्रति विश्वास जागृत हो रहा है तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी के प्रति निरन्तर प्यार बढ़ रहा है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल वाली दूसरी सरकार में मंत्रालयों के बंटवारे पर आज भी संस्पेंस बरकरार ही रहा। बताया जा रहा है कि मंत्रालय बांटने का काम सोमवार या मंगलवार को किया जा सकता है।
वैसे, शपथ के बाद योगी 2.0 फुल ऐक्शन मोड में नजर आ रही है। सीएम ने अपने अफसरों को अलगे 100 दिन के ऐक्शन प्लान को बनाने का निर्देश दे दिया है। इससे पहले, सरकार ने मुफ्त राशन और रोजगार पर बड़ा फैसला लेते हुए उसका ऐलान किया था।
Yogi Adityanath Govt 2.0 LIVE: यूपी में आज हो सकता है मंत्रालयों का बंटवारा, यहां पाएं पल-पल के ताजा अपडेट्स
यूपी में नवनिर्वाचित विधायकों को सोमवार और मंगलवार को शपथ दिलाई जाएगी। विधान भवन में कल शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा।
प्रसपा नेता शिवपाल सिंह यादव आज दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार यहां वो अपने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव से मिलेंगे। इन दिनों शिवपाल सपा की बैठक में ना बुलाए जाने से नाराज चल रहे हैं।
यूपी के रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह आज सीएम योगी से मिलने के लिए मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचीं। सीएम के साथ उनकी ये मुलाकात अहम मानी जा रही है।
बीजेपी ने विधानसभा अध्यक्ष के लिए सतीश महाना के नाम पर मुहर लगाई है। सोमवार को महाना अपना नामांकन पत्र भरेंगे। इस दौरान उनके साथ सीएम योगी और दोनों डिप्टी सीएम मौजूद रहेंगे।
सीएम योगी ने अपने मंत्रियों को निर्देश दिया है कि वो पुराने स्टाफ अपने साथ नहीं रख सकते हैं। पिछली सरकार के दौरान मंत्रियों के साथ रहने वाले स्टाफ को योगी सरकार ने बदलने का आदेश दिया है।
यूपी में योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था में हुई गड़बड़ी को लेकर समीक्षा शुरू कर दी गई है। इस मामले में डीजीपी ने पुलिस कमिश्नर को तलब किया है। शपथ ग्रहण के दिन ट्रैफिक में गड़बड़ी के कारण कई वीवीआईपी को परेशानी हुई थी। यहां तक कि गृह मंत्री अमित शाह को पैदल चलना पड़ गया था।
यूपी सरकार में राज्यमंत्री की शपथ लेने के बाद प्रतिभा शुक्ला कानुपर पहुंचीं। यहां बीजेपी कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों ने उनका जमकर स्वागत किया।
सोमवार को सपा अपने सहयोगी दलों के साथ बैठक करेगी। इसमें सहयोगी दलों के विधायक और पार्टी के अध्यक्ष शामिल होंगे। यह बैठक लखनऊ में स्थित सपा मुख्यालय में होगी।
मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को बसपा का राष्ट्रीय कॉर्डिनेटर बनाया है। बसपा की आज की बैठक में यह फैसला किया गया है।
कैबिनेट मंत्री के रूप में बेबी रानी मौर्य, जयवीर सिंह, आईएएस से राजनेता बने एके शर्मा, राकेश सचान के अलावा सहयोगी दलों के दो-अपना दल (सोनेलाल) के आशीष पटेल और निषाद पार्टी के संजय निषाद शामिल किये गये हैं। राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) में नए चेहरों में असीम अरुण शामिल हैं, जिन्होंने राजनीति में शामिल होने के लिए आईपीएस अधिकारी का पद छोड़ दिया था। इसके अलावा अपनी पत्नी स्वाति सिंह (पूर्व मंत्री) के साथ विवाद के कारण सुर्खियों में रहे दया शंकर सिंह भी शामिल हैं।
मंत्रियों की शैक्षणिक पृष्ठभूमि पर एक नजर डालने से पता चलता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद स्नातक हैं, उनके दो उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक भी स्नातक हैं। एके शर्मा, जितिन प्रसाद, अनिल राजभर, राकेश सचान और योगेंद्र उपाध्याय के पास स्नातकोत्तर डिग्री है। नंद गोपाल नंदी, संजय निषाद और जयवीर सिंह इंटरमीडिएट पास हैं। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) में जेपीएस राठौर एमटेक हैं जबकि धर्मवीर प्रजापति आठवीं पास हैं।
राज्य मंत्री में सोमेंद्र एस तोमर ने पीएचडी की है जबकि दिनेश खटीक और राकेश राठौर ने आठवीं तक पढ़ाई की है। नई कैबिनेट में बेबी रानी मौर्य समेत पांच महिलाएं हैं। इसके अलावा दानिश आजाद अंसारी के रूप में एक मुस्लिम और बलदेव सिंह औलख के रूप में एक सिख मंत्री है, दोनों राज्य मंत्री हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा है, “मैं खुद जाटव समाज से आती हूं। भाजपा ने एक दलित को आगे रखकर मेयर, राज्यपाल, कैबिनेट मंत्री और भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। स्वामी प्रसाद मौर्य अवसरवादी थे और बस अवसर खोजने आए थे। आप खुद देखिए कि उनकी क्या हालत है।”
तीन दिन पहले तक दानिश आजाद अंसारी को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के करीबी मुखर युवा भाजपा नेता के तौर पर जाना जाता था, जिन्होंने मुस्लिम युवाओं को पार्टी से जोड़कर राज्य में भाजपा की ऐतिहासिक जीत की जमीन तैयार की और अब वह योगी सरकार के नवगठित मंत्रिमंडल का इकलौता मुस्लिम चेहरा हैं, जिन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की जातीय बिसात का अहम मोहरा माना जा रहा है।
योगी मंत्रिमंडल के गठन के दिन दानिश को सुबह सवेरे जब मुख्यमंत्री आवास से मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की सूचना मिली तो यह उनके लिए सुखद आश्चर्य तो था, लेकिन अप्रत्याशित कतई नहीं था। उनका कहना था कि पार्टी के लिए काम करने वालों की मेहनत का सम्मान करना भाजपा की संस्कृति का हिस्सा है और ‘‘ मुझ जैसे एक सामान्य पार्टी कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी देकर पार्टी ने मेरा हौसला बढ़ाया है।’’ उन्होंने इसके लिए पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए अपनी इस जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी के साथ निभाने का वचन भी दिया।
उत्तर प्रदेश में 37 बरस बाद पहली बार ऐसा हुआ कि किसी मुख्यमंत्री ने लगातार दूसरी बार राज्य की कमान संभाली। योगी आदित्यनाथ ने अपनी दूसरी पारी के लिए 52 सदस्यीय मंत्रिमंडल चुना। दानिश इस मंत्रिमंडल के इकलौते मुस्लिम सदस्य हैं। योगी सरकार की पहली पारी में उनके मंत्रिमंडल में शामिल रहे मोहसिन रजा के स्थान पर इस बार 34 बरस के दानिश आजाद अंसारी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह योगी सरकार के 31 नये चेहरों और सबसे युवा मंत्रियों में से एक हैं।
उप्र के नये मंत्रिमंडल में कई मंत्री स्नातक और स्नातकोत्तर हैं, जबकि कुछ ऐसे हैं जिन्होंने केवल कक्षा आठ तक पढ़ाई की है। नई टीम में चुनावी रूप से प्रभावशाली अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के 19 मंत्री, ठाकुर और ब्राह्मण सात-सात, दलित (8), वैश्य (4) के अलावा एक मुस्लिम और एक सिख भी हैं।
शुक्रवार को शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची से पता चलता है कि भौगोलिक प्रतिनिधित्व के लिए, इस बार पश्चिमी उप्र से 23 मंत्री हैं, जो पिछले मंत्रिमंडल से 12 अधिक हैं । इस बार पूर्वी उप्र से 14 मंत्री हं जो पिछली सरकार से तीन कम है ।
राज्य के मध्य भाग से 12 मंत्री बनाये गये हैं जो कि पिछली बार से एक कम है। उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा इस बार मंत्रिमंडल में स्थान न पाने वाले सरकार के नौ कैबिनेट मंत्रियों में शामिल हैं। अन्य जिन्हें नए मंत्रालय में जगह नहीं मिली, वे हैं-सतीश महाना, रमापति शास्त्री, जय प्रताप शाही,सिद्धार्थ नाथ सिंह और श्रीकांत शर्मा।
हाल में संपन्न गोवा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 20 सीटें दिलाने वाले तीन बार के विधायक प्रमोद सावंत सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। शपथ ग्रहण समारोह यहां पास के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में सुबह 11 बजे होगा। सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मौजूद रहेंगे।
स्टेडियम में होने वाले कार्यक्रम में 10,000 से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है और राज्य में शपथ ग्रहण समारोह का प्रसारण विभिन्न समाचार चैनलों के माध्यम से भी किया जाएगा। हालांकि, भाजपा सोमवार को शपथ लेने वाले अन्य कैबिनेट मंत्रियों की संख्या को लेकर अब तक खामोश रही है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया- आज से सारी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें अपनी 100% क्षमता से खुल चुकी हैं। आज देश में गर्मी के अनुसूची के आधार पर 135 नई उडानों का उद्घाटन किया है। उत्तर प्रदेश CM योगी आदित्यनाथ के साथ मैंने गोरखपुर-वाराणसी की उडान की शुरूआत की है।
कानपुर-गोरखपुर-कानपुर
वाराणसी-गोरखपुर-वाराणसी
वाराणसी-गुवाहाटी-वाराणसी
हैदराबाद-पुदुचेरी-हैदराबाद
हैदराबाद- जबलपुर- हैदराबाद
पुदुचेरी-बेंगलुरु-पुदुचेरी
उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीट हैं। योगी सरकार के 52 सदस्यीय मंत्रिपरिषद में से 36 मंत्रियों की उम्र 40-60 के बीच है, जबकि दो की उम्र 40 से कम है और 12 की उम्र 60 साल से अधिक है। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण कुमार सक्सेना, बरेली से तीसरी बार विधायक हैं, 73 साल के सबसे बड़े हैं, जबकि उसी रैंक के उनके सहयोगी संदीप सिंह, अनुभवी भाजपा नेता कल्याण सिंह के पोते 31 साल के सबसे छोटे हैं।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की दूसरी सरकार के मंत्रिमंडल में 31 नये चेहरों को शामिल किया गया है, जबकि पिछली सरकार की टीम में से 21 को दोबारा जगह दी गयी है। वर्ष 2024 के आम चुनाव के मददेनजर नये मंत्रिमंडल में अनुभवी और युवा नेताओं के बीच संतुलन साधा गया है। योगी की दूसरी सरकार की संरचना में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश पर अपनी पकड़ को और मजबूत करने के लिए जातिगत समीकरण और क्षेत्रों के बीच एक अच्छा संतुलन है।
योगी 2.0 में कबीना मंत्री बनाई गईं बेबी रानी मौर्य ने हिंदी चैनल एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान कहा- जीवन में कुछ मौके अचानक से मिल जाते हैं। शपथ लेना मेरे लिए ऐतिहासिक था। पार्टी ने मुझे जो भी जिम्मेदारी दी, मैं उसे ईमानदारी से निभाऊंगी। मंत्री बनने के बाद वह महिलाओं से किया वादा (आर्थिक और सामाजिक तौर पर सशक्त) पूरा करेंगी।
यूपी की 18वीं विधासभा के अध्यक्ष का निर्वाचन 29 मार्च को होगा। विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने शनिवार को यह जानकारी दी। दुबे की ओर से जारी बयान में कहा गया कि राज्यपाल ने 18वीं विधानसभा के अध्यक्ष के निर्वाचन के लिए 29 मार्च की तिथि तय की है।
उन्होंने बताया कि 29 मार्च को अपराह्न तीन बजे विधानसभा मंडप में चुनाव होगा। अध्यक्ष के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की तिथित 28 मार्च निर्धारित की गयी है। विधानसभा का कोई भी निर्वाचित सदस्य किसी दूसरे निर्वाचित सदस्य के नाम का प्रस्ताव करते हुए नामांकन पत्र पेश कर सकता है। नामांकन पत्र दाखिल करने से पहले सदस्य का शपथ ग्रहण अनिवार्य है।
उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर लखनऊ में पार्टी पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक बुलाई हैं।
लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअली गोरखपुर से वाराणसी के लिए नई उड़ान के उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में सीएम ने कहा, “प्रदेश में विगत 5 वर्षों में एयर कनेक्टिविटी में काफी परिवर्तन हुआ है।”
उनके मुताबिक, मैं आज विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आज उत्तर प्रदेश से प्रदेश और देश के अंदर छह गंतव्यों की ये वायु सेवा का प्रारंभ होना विकास की कहानी को एक नई उच्चाई प्रदान करेगा। मैं इसके लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को धन्यवाद देता हूं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शनिवार को मंत्रिमंडल की पहली बैठक में कोविड-19 महामारी के दौरान शुरू की गई मुफ्त राशन योजना को तीन महीने तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया। मार्च 2022 तक के लिए लागू की गई योजना अब जून तक जारी रहेगी। इसमें 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने का प्रावधान है। इस योजना के तहत अगले तीन और माह तक खाद्यान्न योजना के तहत प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को दाल, नमक, चीनी के साथ खाद्यान्न मिलता रहेगा।
माना जा रहा है कि इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत में मुफ्त राशन की इस योजना का जबरदस्त प्रभाव रहा है। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण के बाद योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार की पहली कैबिनेट बैठक शनिवार सुबह यहां लोकभवन में हुई।
मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘कोरोना वायरस महामारी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हर नागरिक के लिए ‘प्रधानमंत्री अन्न योजना’ प्रारंभ की थी। इस योजना के अन्तर्गत देश की 80 करोड़ जनता को इसका लाभ मिल रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मार्च-अप्रैल 2020 से लेकर मार्च 2022 तक इस योजना का लाभ लोगों को प्राप्त हुआ है। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी राज्य के अंत्योदय के लाभार्थी और पात्र गृहस्थी कार्ड धारक परिवारों सहित 15 करोड़ लाभार्थियों के लिए यह योजना अपनी ओर से अप्रैल 2020 से आरंभ की थी।’’
बता दें कि उत्तर प्रदेश में शपथ लेने वाले 45 नए मंत्रियों में से 22 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है और उनमें से ज्यादातर पर गंभीर आरोप हैं। यह जानकारी चुनाव अधिकार संस्था एडीआर ने शनिवार को दी। उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने मुख्यमंत्री समेत कुल 53 मंत्रियों के हलफनामों का अध्ययन किया है।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, 22 (49 प्रतिशत) मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है और 20 (44 प्रतिशत) मंत्रियों ने अपने ऊपर गंभीर आरोप होने की जानकारी दी है।
संस्थान के मुताबिक, जिन 45 मंत्रियों के शपथ पत्रों का विश्लेषण किया गया, उनमें से 39 (87 प्रतिशत) करोड़पति हैं और उनकी औसत संपत्ति नौ करोड़ आंकी गई है। इन 45 मंत्रियों में पांच महिलाएं शामिल हैं। नौ (20 प्रतिशत) मंत्रियों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता आठवीं से 12वीं कक्षा के बीच बताई है, जबकि 36 (80 प्रतिशत) मंत्री स्नातक हैं।
