उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान से दूरी बना ली है। उन्होंने दो टूक कहा है कि बंटेंगे तो कटेंगे योगी का नारा है, हमारा नारा एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे है। आजतक से बात करते हुए केशव मौर्य ने यह बयान दिया है, उनकी तरफ से सिर्फ पीएम मोदी के नारे का समर्थन किया गया है। जानकार मानते हैं कि मौर्य का यह बयान उनकी योगी के साथ जारी तकरार को और ज्यादा बढ़ा सकता है।
केशव मौर्य का योगी पर निशाना?
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैं नहीं जानता कि सीएम ने किस संदर्भ में वो नारा दिया था। कुछ सोचकर ही उन्होंने बोला होगा, लेकिन मेरा इस पर टिप्पणी करना ठीक नहीं। जो नारा पीएम ने दिया है- सबका साथ सबका विकास और एक हैं तो सेफ रहेंगे, यही नारा हमारा भी रहने वाला है। अब डिप्टी सीएम का यह बयान बताने के लिए काफी है कि उन्होंने सीएम योगी के सबसे बड़े सियासी दांव से खुद को अलग कर लिया है।

योगी क्यों बोले थे- बंटेंगे तो कटेंगे?
यूपी उपचुनाव और दूसरे राज्यों में इस समय सीएम योगी का ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ सबसे ज्यादा चल रहा है, बीजेपी भी इस नारे साथ आगे बढ़ रही है। माना जा रहा है कि हिंदुओं को एकमुश्त करने के लिए ऐसे बयान दिए जा रहे हैं, पीएम मोदी का नारा- एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे भी इसी कड़ी में दिया गया था। लेकिन केशव प्रसाद मौर्य ने खेल करते हुए सिर्फ पीएम मोदी के बयान का समर्थन किया है। उनकी तरफ से योगी के बयान से पूरी तरह दूरी बना ली गई है।
क्यों छिड़ी मौर्य-योगी में जंग?
वैसे जानकारी के लिए बता दें कि सबसे पहली तकरार तो दोनों ही नेताओं के बीच में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद शुरू हो गई थी। असल में केशव प्रसाद मौर्य ने कह दिया था कि सरकार से बड़ा संगठन होता है। उनके इस बयान को सीएम योगी पर निशाने के रूप में देखा गया है। इसके ऊपर जिस तरह से मौर्य ने कई अहम मीटिंग से उस समय दूरी बनाई और लगातार दिल्ली का दौरा गया, माना गया कि यूपी की राजनीति में कोई बड़ा खेल हो सकता है।
लेकिन बाद में बीजेपी हाईकमान से केशव मौर्य को ही फटकार पड़ी और उन्हें फिर सीएम योगी के साथ मिलकर ही काम करना पड़ा। अब कई महीनों बाद फिर मौर्य के तेवर तल्ख हो गए हैं, उन्होंने सीएम योगी के बयान से दूरी बना ली है, अब इस पर बीजेपी के अंदर क्या प्रतिक्रिया रहती है, यह देखने वाली बात रहेगी।