बिहार की राजधानी पटना में एक रेलवे स्टेशन के पास दो लोगों ने बंदूक की नोक पर एक महिला का अपहरण कर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। यह वारदात मंगलवार देर रात करीब 11.30 बजे हुई, जब मोटरसाइकिल पर सवार दो लोग महिला के पास पहुंचे। महिला रेलवे स्टेशन पर किसी का इंतजार कर रही थी।

बदमाशों ने महिला के सिर पर पिस्तौल तान दी और उसे जबरन स्टेशन के पास एक कमरे में ले गए और उसके साथ बलात्कार किया।

पुलिस ने दर्ज की FIR

घटना के तुरंत बाद महिला ने पुलिस पेट्रोलिंग टीम को इसकी सूचना दी। पटना ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विक्रम सिहाग ने बताया, “महिला ने बताया कि दो लोगों ने उसे रेलवे स्टेशन से बंदूक की नोक पर जबरन उठा लिया और एक अज्ञात जगह पर ले गए जहां उसके साथ बलात्कार किया गया।” पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में FIR दर्ज कर ली गई है।

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पुलिस ने तुरंत एक जांच टीम का गठन किया और तकनीकी निगरानी के जरिये अपराध की जगह का पता लगाया गया। जांच टीम ने आरोपियों की पहचान सोनू कुमार यादव उर्फ ​​सोनू सन्नाटा और निरंजन के रूप में की है। ये दोनों ही स्थानीय निवासी हैं।

एसपी सिहाग ने बताया, “जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो आरोपियों ने भागने की कोशिश की लेकिन उन्हें पकड़ लिया गया।”

एसपी ने बताया कि सोनू का आपराधिक इतिहास रहा है और फतुहा, बाढ़, खुसरूपुर और जक्कनपुर थानों में उसके खिलाफ आठ मामले दर्ज हैं। इनमें जबरन वसूली, हमला और आपराधिक साजिश से जुड़े आरोप शामिल हैं। अब उसके खिलाफ दर्ज मामलों की कुल संख्या बढ़कर नौ हो गई है।

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आपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी

पिछले कुछ दिनों में बिहार में कई बड़ी आपराधिक वारदात हुई हैं। पिछले महीने पटना के जानीपुर इलाके में दो बच्चों को जला कर मार डाला गया था। जुलाई में बिहार के पूर्णिया में पांच लोगों की हत्या के मामले ने काफी तूल पकड़ा था। इसके अलावा गोपाल खेमका और पटना में तृष्णा मार्ट के मालिक विक्रम झा को बदमाशों ने गोलियों से भून दिया था। 

सवाल यह है कि बदमाश बेखौफ होकर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं लेकिन राज्य की सरकार और पुलिस अपराध पर लगाम नहीं लगा पा रही है।

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