शिवसेना सांसद संजय राउत ने उपराष्ट्रपति को पत्र लिखा है। उपराष्ट्रपति को लिखे पत्र में शिवसेना सांसद संजय राउत ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। संजय राउत ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को पत्र लिखकर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियो द्वारा उन्हें, उनके परिवार और रिश्तेदारों को परेशान किया जा रहा है। उनके ऊपर दबाव बनाया जा रहा है कि वो महाराष्ट्र की सरकार को गिराने में मदद करें ताकि महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव हो।
मुझे जेल भेजने की धमकी: शिवसेना सांसद संजय राउत ने उपराष्ट्रपति को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि, “लगभग एक महीने पहले कुछ लोगों ने मुझसे संपर्क किया और कहा कि महाराष्ट्र में राज्य सरकार को गिराने में उनकी सहायता करें। वे चाहते थे कि मैं इस तरह के प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाऊं ताकि राज्य को मध्यावधि चुनाव के लिए मजबूर किया जा सके।”
संजय राउत ने पत्र लिख आरोप लगाया कि, “मैंने ऐसे किसी भी गुप्त एजेंडे का पक्षकार बनने से इनकार कर दिया, जिस पर मुझे चेतावनी दी गई थी कि मेरे इनकार से मुझे बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। मुझे यहां तक कहा गया कि मेरी किस्मत एक पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री की तरह हो सकती है, जिन्होंने कई साल सलाखों के पीछे बिताए।”
पीएमएलए एक्ट के तहत 2 मंत्रियो को जेल भेजने की धमकी: शिवसेना सांसद संजय राउत ने पत्र में आगे लिखा कि महाराष्ट्र सरकार के दो मंत्री और महाराष्ट्र के दो वरिष्ठ नेताओं को भी जेल भेजने की धमकी मिली। संजय राउत ने अपने पत्र में लिखा कि,”मुझे यहां तक चेतावनी दी गई कि मेरे अलावा महाराष्ट्र की कैबिनेट में दो अन्य वरिष्ठ मंत्रियों के साथ-साथ महाराष्ट्र में दो वरिष्ठ नेताओं को भी पीएमएलए एक्ट के तहत जेल भेज दिया जायेगा, जिससे राज्य में मध्यावधि चुनाव होंगे क्योंकि महाराष्ट्र में राज्य के सभी महत्वपूर्ण नेता सलाखों के पीछे होंगे।”
संजय राउत ने पत्र में आगे लिखा कि मेरे और मेरे परिवार द्वारा महाराष्ट्र के अलीबाग में करीब 1 एकड़ जमीन 17 साल पहले खरीदी गई थी। जिन्होंने जमीन बेंचा था उन्हें और उनके परिवार को प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों द्वारा परेशान किया जा रहा और धमकी दी जा रही है कि वह मेरे खिलाफ बयान दे कि मैंने उनको एग्रीमेंट राशि के अतिरिक्त भी पैसे दिए थे।
संजय राउत ने आगे आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय ने 28 लोगों को गलत तरीके से पकड़ा है और उन्हें ईडी ऑफिस में धमकी दी जा रही है। उन्हें कहा जा रहा है कि वह यह कबूल करें कि उन्हें मेरे द्वारा कैश में पैसे दिए गए हैं और अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उन्हें घर नहीं जाने दिया जाएगा और उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
संजय राउत ने अपनी शिकायत की कॉपी विपक्ष के 11 नेताओं को भेजी है जिसमें शरद पवार ,राहुल गांधी और मलिकार्जुन खड़गे भी शामिल हैं।