Bihar Election Result 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में सबसे बड़ा झटका प्रशांत किशोर (PK) की पार्टी जनसुराज को लगा है। चुनाव से पहले PK कई चैनलों में इंटरव्यू देकर कह रहे थे कि ‘JDU को 25 सीट भी नहीं आएगी, अगर आती है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।’ लेकिन अब जन सुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने इसे लेकर प्रतिक्रिया दी है।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने कहा, “बिल्कुल नहीं, वो राजनीति नहीं छोड़ेंगे। आप लोग चाहते हैं कि वो राजनीति छोड़ दें। अगर प्रशांत किशोर जैसे व्यक्ति और जन सुराज जैसी पहल का अंत हो जाए तो आपको खुशी होगी। आप इस पर जोर क्यों दे रहे हैं? उन्हें राजनीति क्यों छोड़नी चाहिए? यह वाकई आश्चर्यजनक है।”

नकद वितरण को अहम फैक्टर बताया

उदय सिंह ने एनडीए की प्रचंड जीत में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार द्वारा महिलाओं के लिए नकद वितरण को एक प्रमुख फैक्टर बताया। उन्होंने कहा, “इससे बिहार की अर्थव्यवस्था पर दबाव पड़ेगा। यह मेरी समझ से परे है कि यह इस कर्ज के चक्र से कैसे और कब बाहर निकलेगा।” उन्होंने जोर देकर कहा कि जेएसपी निराश नहीं है। उन्होंने आगे कहा, “हमें पता है कि क्या करना है। हम काम करते रहेंगे और ‘बिहार बदलाव’ (परिवर्तन का वादा) पूरा करेंगे, जिसके बारे में हमने बात की थी।” प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने 238 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 236 पर उसकी जमानत जब्त हो गई। किशोर ने आधिकारिक तौर पर 2 अक्टूबर, 2024 को पटना में जन सुराज पार्टी की शुरुआत की, हालांकि यह संगठन 2022 से एक समूह के रूप में सक्रिय है।

ये भी पढ़ें: आखिर बिहार में कौन-सी अदृश्य लहर थी जिसे न सर्वे देख पाए ना सियासत समझ पाई?

एनडीए को मिली बड़ी जीत

एनडीए ने बिहार विधानसभा चुनाव में 202 सीटों पर बाजी मारी। भारतीय जनता पार्टी को 89 सीटें मिलीं, जबकि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल यूनाइटेड ने 85 सीटें जीतीं। चिराग पासवान की एलजेपी-आरवी ने 19 सीटें जीतीं। महागठबंधन सिर्फ 35 सीटों पर ही सिमट कर रह गया। राष्ट्रीय जनता दल ने 25 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस पार्टी महज 6 ही सीटें जीत पाई।

किसका कितना रहा वोट प्रतिशत?

एनडीए को 46.52% वोट मिले। यह महागठबंधन के 37.64% वोटों से कहीं ज्यादा था। सत्तारूढ़ गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी को 20.08% वोट मिले, उसके बाद जेडी(यू) को 19.26%, एलजेपी (RV) को 4.97%, हम (S) को 1.18% और आरएलएम को 1.03% वोट मिले। महागठबंधन में आरजेडी को 23%, कांग्रेस को 8.71%, वामपंथी दलों को 4.18%, वीआईपी को 1.38% और आईआईपी को 0.37% वोट मिले। कांग्रेस अपने अब तक के सबसे कम वोटों (2010 में 4 सीटें) से बाल-बाल बच गई। आरजेडी का सबसे खराब प्रदर्शन भी 2010 में ही रहा था।