Bihar Politics: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सीएम नीतीश कुमार को लेकर पिछले दिनों एक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर नीतीश कुमार बिहार की जनता के लिए एक बार फिर पाला बदलते हैं तो वो नीतीश कुमार के इस फैसले का स्वागत करेंगे। पूर्व सीएम के इस बयान को लेकर सूबे में सियासी पारा चढ़ने लगा। बिहार के सियासी गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा होने लगी कि क्या नीतीश कुमार एक बार फिर से पाला बदलेंगे? वहीं जब एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और मौजूदा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव एक साथ बैठे थे तब उनसे ये सवाल पूछ लिया गया।

इस सवाल के जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन पूरी तरह से मजबूत है। हम लोग सभी निर्णय मिलकर एक साथ लेते हैं और हम लोगों ने तो बीजेपी को यहां से सबक सिखाया है। भाजपा को यहां से खदेड़ा है। ये तो मीडिया मांझी जी के बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है। मांझी जी हमारे अभिभावक हैं वहीं जब तेजस्वी यादव मीडिया कर्मियों को मांझी के बयान पर जवाब दे रहे थे तो उनके बगल में बैठे पूर्व सीएम जीतन राम मांझी मुस्कुरा रहे थे। उनकी मुस्कान देखकर कुछ ऐसा लग रहा था कि जैसे सिलेबस के बाहर का सवाल पूछ लिया गया हो और वो थोड़ा असहज से दिखाई देने लगे थे जिसे छुपाने के लिए वो मुस्कुरा रहे थे।

मांझी ने किया था नीतीश के पाला बदलने के फैसले का स्वागत

आइए हम आपको बता दें कि मांझी ने नीतीश कुमार के पाला बदलने को लेकर क्या कुछ कहा था? मांझी ने कुछ दिनों पहले नीतीश कुमार के पाला बदलने को लेकर मीडिया से बातचीत में बताया था, ‘नीतीश कुमार जी ने तो कहा है कि वो किसी भी सूरत में भाजपा के साथ नहीं जाएंगे लेकिन मेरा अपना भी मानना है कि राजनीति में कोई दो दूना चार नहीं होता है वो छ भी हो सकता है और वो दो भी रह सकता है। तो ऐसे समय में जैसा कि अभी सब कुछ चल रहा है तो राज्यहित में इधर-उधर की बात कर सकते हैं।’

महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं या फिर मांझी नाराज

मांझी ने आगे कहा,’पाला बदलने की बात कर सकते हैं तो उसका हम स्वागत करेंगे क्योंकि एक बार और महामाया बाबू ने ऐसा किया था और पाला बदला था तो उस समय लोगों ने पूछा था कि क्या कारण हैं कि आप बार-बार पाला बदल रहे हैं तो उन्होंने जवाब दिया था कि अगर जनहित में हमको सौ बार भी पाला बदलना पड़ा तो बदलेंगे। इसी प्रकार से अगर नीतीश कुमार ये सोचेंगे कि पाला बदलने से राज्य को फायदा है और वो पाला बदलेंगे तो मैं उनके फैसले का स्वागत करता हूं।’ मांझी के इस बयान को भले ही तेजस्वी यादव एक सिरे से खारिज कर रहे हों लेकिन उन्हें ऐसा बयान देने की जरूरत क्यों पड़ी? या तो महागठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है या फिर जीतनराम मांझी नाराज चल रहे हैं।