कर्नाटक में कुछ दिनों पहले भाजपा युवा मोर्चा के सदस्य प्रवीण नेट्टारू की हत्या के बाद उथल-पुथल मची हुई है। जिसके बाद मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा था कि अगर स्थिति की मांग होती है तो वह सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए योगी आदित्यनाथ मॉडल को लागू करेंगे। ऐसे में इस मुद्दे पर न्यूज़ चैनल आजतक पर एक टीवी डिबेट के दौरान एंकर चित्रा त्रिपाठी ने PFI-SDPI को लेकर MPCI अध्यक्ष तसलीम रहमानी से सवाल पूछा कि आप क्यों डर रहे हैं?

PFI से जुड़े सवाल पर तसलीम रहमानी ने कहा, “मैं SDPI का नेशनल सेक्रेटरी रहा हूं और कोई तो वजह होगी जो मैं वहां से छोड़कर आ गया। मैं ये सीधा सवाल करना चाहता हूं कि जो संस्थाएं खुद को कल्चरल या सोशल संस्थाएं कहती हैं उन्हें फिजिकल ट्रेनिंग देने की क्या जरूरत पड़ती है?” उन्होंने आगे कहा, “जब हमारे देश में एनसीसी और स्काउट गाइड मौजूद है तो प्राइवेट संस्थाओं को फिजिकल ट्रेनिंग देने की क्या जरूरत है?”

एसडीपीआई में मेरी कोई हैसियत नहीं थी: जिस पर एंकर ने कहा कि क्या आपको नहीं पता है कि स्काउट गाइड सिर्फ स्टूडेंट्स के लिए है। तसलीम रहमानी ने SDPI से जुड़े सवाल पर कहा, “पीएफ़आई के बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है और एसडीपीआई में मेरी कोई हैसियत नहीं थी ज्यादा इसलिए मैंने उसे छोड़ा।” इस पर एंकर ने सवाल उठाया कि यानि आप इस बात को मानते हैं कि वहां देश विरोधी गतिविधियों को बढ़वा दिया जाता था इसलिए आपने उसे छोड़ा।

सरकार से कहिए कि उस पर बैन लगाए: इस पर तसलीम रहमानी ने कहा कि हम लोग बाहर के लोग समझे जाते थे और किसी भी फैसले में हमारा कोई अधिकार नहीं रहता था। रहमानी ने कहा कि पीएफ़आई और एसडीपीआई का वही कनेक्शन है जो आरएसएस और बीजेपी का है। जिसपर चित्रा त्रिपाठी ने कहा कि आप खुलकर क्यों नहीं बोल रहे हैं कि आपने एसडीपीआई क्यों छोड़ा? आप क्यों डर रहे हैं? अगर आपको लगता है कि वो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है तो खुलकर सरकार से कहिए की उस पर बैन लगाए।

यूपी मॉडल क्या है: तसलीम रहमानी ने कहा कि कर्नाटक में पिछले 10 सालों में 90 पॉलिटिकल किलिंग हुई हैं। पिछले एक हफ्ते में जो तीन किलिंग हुई हैं वो कोई सामान्य बात नहीं है और आप मॉडल्स की बात करते हैं। यूपी मॉडल क्या है?” उन्होंने आगे कहा, “यूपी मॉडल है बिना कोर्ट के न्याय। क्या बिना कोर्ट के सरकार को फैसला करना चाहिए?” जिसपर एंकर ने कहा कि ये मामला सुप्रीम कोर्ट में गया तो था।

इसका जवाब देते हुए MPCI अध्यक्ष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी तो यही कहा था कि अतिक्रमण कीजिए पर कानून और कोर्ट के दायरे से बाहर जाकर नहीं। कानून का डर किस तरह से पैदा किया जाएगा? इस सवाल के जवाब में तसलीम रहमानी ने कहा कि अगर आप कानून के दायरे से बाहर जाएंगे तो चीजें आउट ऑफ कंट्रोल हो जाएंगीं। अगर कानून अपना काम नहीं करेगा तो लॉ एंड ऑर्डर को मेंटेन करना बहुत मुश्किल हो जाएगा।