देश के गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव बाद सीएम पद को लेकर दिए गए बयान पर अटकलों का बाजार गर्म है। अब इस बयान पर जदयू नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि अमित शाह के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है।
ललन सिंह ने ANI के सवाल के जवाब में कहा, “आप लोग बात को समझते नहीं हैं। गृहमंत्री जी के बयान के अलग-अलग भाग को तोड़कर पेश किया जा रहा है। गृहमंत्री जी ने बार-बार कहा है कि हम बिहार विधानसभा का चुनाव नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में ही लड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री विधायक दल तय करेगा, एनडीए का विधायक दल तय करेगा।”
उन्होंने आगे कहा कि यह परंपरा रही है, पिछली बार भी नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने थे तो यह एनडीए विधायक दल ने तय किया था कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनेंगे। ललन सिंह ने कहा, “उन्होंने यह भी कहा कि पिछली बार जदयू की संख्या कम थी, फिर भी प्रधानमंत्री जी ने उनको को आग्रह किया था कि वे मुख्यमंत्री बने। तीनों भाग को जोड़कर देखना चाहिए, अलग-अलग टुकड़े में नहीं देखना चाहिए।”
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एनडीए में कोई मतभेद नहीं, चुनाव बाद होगी आधिकारिक घोषणा- मलूक नागर
यूपी में एनडीए का हिस्सा राष्ट्रीय लोक दल के नेता मलूक नागर ने कहा कि अमित शाह ने साफ कह दिया है कि अगर एनडीए जीतता है तो नीतीश जी मुख्यमंत्री बनेंगे और चुनाव के बाद इसकी आधिकारिक घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारे एनडीए में महागठबंधन की तरह कोई अंदरूनी कलह नहीं है।
विपक्षी महागठबंधन पर तंज कसते हुए मलूक नागर ने कहा कि कांग्रेस को लग रहा है कि वह ज्यादा सीटें जीतेगी, इसलिए उसका गणित गलत है। इसीलिए वे अभी तक कोई घोषणा नहीं कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था लेकिन बिहार में उन्होंने तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करके ऐसा नहीं किया। इसीलिए वे अलग-अलग रैलियां कर रहे हैं। फिर भी, कांग्रेस की सीटें नहीं बढ़ रही हैं। इसीलिए वे आपस में लड़ रहे हैं।
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