दिल्ली के रोहिणी कोर्ट शूटआउट मामले में बंद गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की मंगलवार (2 मई,2023) को तिहाड़ जेल में हत्या कर दी गई। जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया (33) को हाई सिक्योरिटी वार्ड के निचले तल पर बंद किया गया था। दुश्मन गोगी गिरोह के चार कैदियों ने सुबह छह बजकर 15 मिनट पर उस पर हमला कर दिया। हमलावरों में दीपक उर्फ तीतर, योगेश उर्फ टुंडा, राजेश और रियाज खान का नाम सामने आया है, जो उसी वार्ड की पहली मंजिल पर बंद थे।

कौन था टिल्लू ताजपुरिया?

  • टिल्लू ताजपुरिया का नाम सुनील मान था। वह दिल्ली में अलीपुर के पास ताजपुर गांव का निवासी थी। उसे साल 2016 में कई अपराधों के तहत गिरफ्तार किया गया था और तब से वह जेल में बंद था।
  • सितंबर 2021 में रोहिणी कोर्ट परिसर में एक अदालत कक्ष के अंदर एक गोलीबारी में जितेंद्र मान उर्फ ​​गोगी की हत्या में टिल्लू ताजपुरिया मुख्य आरोपी था।
  • गोगी भी तिहाड़ जेल में बंद था। जिसे 24 सितंबर को सुनवाई के लिए अदालत ले जाया गया था। गोगी के अदालत में प्रवेश करने के कुछ ही मिनटों के बाद वकीलों की पोशाक में दो बंदूकधारियों ने गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी। टिल्लू गिरोह के सदस्य दो बंदूकधारियों को पुलिस टीम ने मार गिराया था। मार्च 2020 में गिरफ्तारी तक बाहरी दिल्ली के अलीपुर का रहने वाला गोगी दिल्ली का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर था। उस पर हत्या, डकैती और जबरन वसूली के कम से कम 19 मुकदमे दर्ज थे।
  • टिल्लू और गोगी के बीच 2009-10 के समय से दुश्मनी थी। उस समय दोनों दोस्त थे लेकिन बाहरी दिल्ली के स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज में चुनाव में अलग-अलग उम्मीदवारों का समर्थन करते थे।
  • विशेष सेल अधिकारी ने बताया, “चुनाव के दौरान उनके बीच विवाद हो गया और दोस्त दुश्मन बन गए। उनकी दुश्मनी के चलते 2013 से अब तक 20 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी हैं। गोगी के हमले के पीछे टिल्लू मास्टरमाइंड के रूप में उभरा। इसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया और मामले में चार्जशीट किया गया।”