अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की जांच के लिए दो एसआईटी का गठन किया है। दोनों टीमें अलग-अलग एंगल से पूरे मामले की जांच करेंगी। एसआईटी इस मामले की जांच करेगी की हत्या के समय अतीक और अशरफ के साथ कौन-कौन पुलिसकर्मी मौजूद थे। घटना के बाद एक्शन कैसा था। इन पुलिसकर्मियों से घटना के दौरान एक्शन लेने में कितना समय लगाया। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही इन पुलिसकर्मियों से पूछताछ भी हो सकती है।
पुलिस विभाग से मांगी डिटेल
एसआईटी ने पुलिस विभाग से उन सभी पुलिसकर्मियों का ब्यौरा मांगा है जो घटना के समय मौके पर मौजूद थे। अतीक और अशरफ को मेडिकल के लिए ले जाया गया तो कौन पुलिसकर्मी उनके साथ थे। इसके अलावा मौके पर मौजूद सभी पुलिसकर्मियों की भी डिटेल मांगी गई है। यह भी जानकारी मांगी गई है कि किन पुलिसकर्मियों के पास हथियार मौजूद थे। अगर हथियार थे तो वह किस तरह से थे।
बात दें कि माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या के मामले की जांच स्पेशल इंवेस्टिगेटिव टीम (SIT) करेगी। यूपी के डीजीपी आर के विश्वकर्मा ने इस मामले में दो एसआईटी गठित की हैं। इसमें पहली एसआईटी को प्रयागराज जोन के एडीजी भानुशंकर सीट करेंगे। इसमें प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर और एफएसएल के निदेशक भी शामिल होंगे। वहीं दूसरी एसआईटी को अपर पुलिस उपायुक्त क्राइम सतीश चंद्र हेड करेंगे। टीम में एसीपी सतेंद्र तिवारी और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ओम प्रकाश सिंह को भी शामिल किया गया है।
जानकारी के मुताबिक एसआइटी अभिरक्षा में तैनात रहे पुलिसकर्मियों की भूमिका, उनकी उपस्थिति और उनकी ओर से उठाए गए कदम के सभी तथ्यों की छानबीन करेगी। इसके साथ ही एसआईटी तीनों आरोपियों की मोडस अपरेंडी का पता लगाते हुए कड़ी से कड़ी जोड़कर जांच को आगे बढ़ाएगी। इस हत्याकांड को लेकर प्रयागराज पुलिस कोर्ट से तीनों आरोपियों की रिमांड मांगने की भी तैयारी कर रही है। बता दें कि इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद गृह विभाग ने कमीशन ऑफ़ इनक्वायरी एक्ट 1952 के तहत इस तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग को गठित किया है।