Bihar News: जनसुराज के मुखिया प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर नीति आयोग की मीटिंग में शामिल ना होने को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि नीतीश कुमार शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ नहीं है। नीति आयोग की मीटिंग में गए होते तो चार आदमी उनको देख लेते और कहते कि इनकी हालत खराब है।

प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत में नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘नीति आयोग की बैठक में जाते तो वह वहां पर अन्य मुख्यंत्रियों से मिलना पड़ता। कुछ बोलना पड़ता। देश की मीडिया देखती वहां पर आप कैसे छिपते। इसीलिए वो डर के मारे नहीं गए और आज गए हैं। दूसरे नजरिये से देखिए जो देश का सबसे पिछड़ा और गरीब राज्य बिहार है। उसका मुख्यमंत्री विकास के लिए नीति आयोग की मीटिंग में नहीं जाता है और आज दिल्ली गए हैं ताकि जदयू को सीटें ज्यादा मिलें। जब दिमाग ही ठीक नहीं हैं तो और वो काम नहीं कर रहा है तो किसी मीटिंग में जाएंगे किसी में नहीं जाएंगे। लेकिन जो समझने वाली बात है कि जो बिहार के विकास के मुद्दे के लिए बैठक हुई। देशभर के मुख्यमंत्री जमा हुए थे। तो वहां पर जाना चाहिए था।’

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इस आदमी को अपना नाम तक याद नहीं रहता – प्रशांत किशोर

जनसुराज के मुखिया ने कहा, ‘बीजेपी को चुनाव तक उन्हें चेहरा रखना ही है क्योंकि वो जानती है कि अगर उनको नहीं रखेंगे तो वो भाग कर उधर चले जाएंगे। 12 सांसदों का समर्थन भी दिल्ली में हैं। आप बताइए कि बिहार के किसी भी सामान्य परिवार का बच्चा अगर उसको सिपाही बनना है तो उसको फिजिकल टेस्ट देना है और अगर उसको टीचर बनना है तो उसको मेडिकल टेस्ट देना है। लेकिन बिहार के मुखिया को ना तो शारीरिक जांच है और ना ही मानसिक जांच है। ये आदमी को अपना नाम याद नहीं रह रहा है। राष्ट्रगान में थपड़ी बजाने लगा। किसी आदमी के शोक में गए तो वहां पर गाना गा रहे हैं।’

नीति आयोग की मीटिंग में नहीं पहुंचे थे नीतीश कुमार

प्रशांत किशोर का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब एक दिन पहले ही बिहार के मुख्यमंत्री और एनडीए के प्रमुख सहयोगी नीतीश कुमार नई दिल्ली में आयोजित 10वीं नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की बैठक में नहीं पहुंचे। वे विपक्ष शासित राज्यों के कई नेताओं में से एक थे जो इस सत्र में शामिल नहीं हुए। उनकी गैरहाजिरी ने राजनीतिक चर्चाओं को जन्म दिया है, खासकर तब जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले बिहार का दौरा करने वाले हैं। दिल्ली में मौजूद होने के बावजूद नीति आयोग की बैठक में क्यों नहीं गए नीतीश कुमार?