पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में हुई हिंसा को लेकर गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से 72 घंटे में रिपोर्ट मांगी है। इस पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भड़क गईं और उन्होंने कहा कि ये बंगाल है उत्तर प्रदेश नहीं। बीरभूम की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई करेगी। वह गुरुवार को रामपुरहाट का दौरा करेंगी। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने राज्य के लोगों की चिंता है।

ममता बनर्जी ने कहा, “सरकार हमारी है। हमें अपने राज्य के लोगों की चिंता है। हम कभी नहीं चाहेंगे कि किसी को तकलीफ हो। बीरभूम, रामपुरहाट की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने ओसी, एसडीपीओ को तत्काल बर्खास्त कर दिया है। मैं कल रामपुरहाट जाऊंगी।”

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इस तरह की घटनाएं गुजरात और राजस्थान में भी हुई हैं, लेकिन वो रामपुरहाट की घटना को सही नहीं ठहरा रही हैं। निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई की जाएगी। भाजपा पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा, “यह बंगाल है, उत्तर प्रदेश नहीं। मैंने हाथरस में तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल भेजा था, लेकिन हमें प्रवेश नहीं करने दिया गया। हम यहां किसी को आने से नहीं रोक रहे हैं।”

ममता बनर्जी ने बुधवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर निशाना साधते हुए कहा कि लाड साहब राज्य के खिलाफ नकारात्मक बयान दे रहे हैं। राज्यपाल पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ”यहां एक लाड साहब बैठे हैं और हर बार बयान दे रहा है कि पश्चिम बंगाल में हालात खराब हैं।” राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को बीरभूम हिंसा पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की थी और कहा था कि यह टकराव के असंवैधानिक रुख पर फिर से विचार करने का समय है ताकि लोकतांत्रिक मूल्यों और मानवाधिकारों को बहाल किया जा सके और लोगों को दमनकारी डर और पीड़ा से राहत मिल सके।

अब तक 11 गिरफ्तारियां- पश्चिम बंगाल के बीरभूम के रामपुरहाट इलाके में तृणमूल कांग्रेस के नेता भादू शेख की हत्या के बाद भीड़ द्वारा कथित तौर पर घरों में आग लगाने के बाद मंगलवार को कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई। डीजीपी मालवीय ने बताया कि मामले में अब तक 11 गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं। उन्होंने आगे बताया कि भादू शेख की हत्या की सूचना बीती रात मिली थी, जिसके एक घंटे बाद आसपास के 7-8 घरों में आग लग गई थी। मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया है। इस बीच, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने का आह्वान किया।

भाजपा ने की एनआईए या सीबीआई जांच की मांग- विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के नेतृत्व में एक भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने बीरभूम के रामपुरहाट का दौरा किया। अधिकारी ने कहा, “बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना। इसकी निंदा करने के लिए शब्द पर्याप्त नहीं हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट ने सेंट्रल फोरेंसिक को निर्देश दिए हैं। हम एनआईए या सीबीआई जांच की मांग करते हैं। एसआईटी राज्य सरकार की एक विंग है। सीएम सरकार को बचाने की कोशिश कर रही हैं। बंगाल को बचाने के लिए राष्ट्रपति शासन ही एकमात्र रास्ता है।”

ममता बनर्जी को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए : अर्जुन सिंह– बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने कहा, “यहां दहशत का माहौल है, गांव वीरान हैं. शर्मनाक है कि इस सरकार ने कई बेगुनाहों को मरने दिया। पुलिसकर्मी खड़े रहे और कुछ नहीं किया। ममता बनर्जी को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए और इस मामले को सीबीआई या एनआईए को सौंप देना चाहिए।”