कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक योजना से उछलकर दूसरी योजना पर पहुंचने, योग कार्यक्रम पर ध्यान केंद्रित करने और नौकरियां पैदा करने जैसे वादे पूरा नहीं करने का आरोप लगाया है। राहुल ने मोदी सरकार को धनवानों की समर्थक और गरीब-किसान विरोधी और ‘सूट-बूट की सरकार’ बताया। राहुल ने मोदी और ममता की दोस्ती पर सवाल उठाया।
पश्चिम बंगाल के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने पहुंचे राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस की एक रैली को संबोधित किया। रैली में उन्होंने नंदीग्राम, भट्टा परसौल और नियामगिरि के किसानों और जनजातीय आंदोलनों का जिक्र करते हुए भूमि विधेयक को लेकर राजग सरकार की आलोचना की। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा,‘एक साल पहले दिल्ली में एक नई सरकार आई। उसने ढेर सारे वादे किए जैसे ममताजी ने किए थे। उसने रोजगार, विकास, कारखाने खोलने की बात की। दोनों (मोदी और ममता) ने यह बात कही। एक साल अब पूरा हो गया है। मैं सभा के लिए जहां कहीं भी जाता हूं तो मैं लोगों से पूछता हूं कि क्या एक भी व्यक्ति को नौकरी मिली। कोई भी व्यक्ति यह कहने के लिए हाथ नहीं उठाता कि उसे नौकरी मिली है।’
उन्होंने कहा,‘उन्होंने स्वच्छता की बात की। उन्होंने कहा कि आपको रोजगार नहीं मिलेगा, अतएव झाड़ू थामिए और झाड़ू लगाना शुरू कीजिए। जब स्वच्छता की चर्चा पूरी हो गई तब वह कह रहे हैं कि राजपथ पर जाइए और योग कीजिए। रोजगार के बारे में कोई चर्चा नहीं है। हर रोज कोई नई बात कही जाती है। ये सारी नई बातें अधूरे रह गए वादों को ढंकने के लिए कही जा रही हैं।’
भूमि विधेयक पर मोदी सरकार पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि राजग सरकार उद्योगपतियों को जमीन दे दे तो भी लोगों के लिए नौकरियां नहीं आएंगी। उन्होंने कहा कि उद्योगपति दूर दराज के क्षेत्रों में जमीन नहीं मांग रहे हैं बल्कि गुड़गांव, नोएडा, कोलकाता जैसे स्थानों पर जमीन मांग रहे हैं, जहां जमीन की कीमतें बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि इन इलाकों में जिन किसानों की जमीन अधिग्रहीत की जाती है, उन्हें भी जमीन के दाम बढ़ने का लाभ मिले लेकिन राजग सरकार लोगों को उसका लाभ पहुंचाए बगैर ही उद्योगपतियोंं को जमीन देगी।
वामदलों पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि जब पश्चिम बंगाल में उनका शासन था तब वे पश्चिम बंगाल पर हथौड़े से प्रहार करते थे। यहां उनके पास संगठन था। देश का बाकी हिस्सा आगे बढ़ा लेकिन यह राज्य अटक गया। उन्होंने कहा कि उन्होंने सोचा था कि कांग्रेस-तृणमूल कांग्रेस की गठबंधन सरकार में चीजें बदलेंगी। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांगे्रस का चुनाव चिह्न फूल है। उन्होंने सोचा था कि जब ममता बनर्जी राज्य में सत्ता में आएंगी तब फूल की मृदुता हथौड़-हंसिया के प्रहार का स्थान लेगी। लेकिन अब यह सामने आ गया है कि फूल हथौड़े से ज्यादा कड़ा प्रहार कर रहा है। ममताजी ने बड़ी कुशलता और गहराई से यह सब किया जो उन्होंने (माकपा ने) किया था।’ उन्होंने कहा,‘राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक एक करोड़ युवक बेरोजगार हैं। उन्होंने कहा कि मैं उद्योग लाऊंगी, कहां हैं उद्योग। कोई उद्योग आया है क्या?’
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही बंगाल की तकदीर बदल कर इसे विकास की राह पर आगे ले जा सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही राज्य में तीसरा विकल्प है। भाजपा और ममता की दोस्ती की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी तब तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ममता को बांग्लादेश जाने का न्योता दिया था। लेकिन उस समय उन्होंने एकला चलो का राग आलापते हुए साथ जाने से मना कर दिया था। अब मोदी के आने के बाद उनका एकला चलो का राग गुम हो गया है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर दोनों की इस दोस्ती का राज क्या है?
राहुल गांधी ने हुगली में जूट मिल मजदूरों को संबोधित किया। जूट मिल मजदूर कभी कांग्रेस का मजबूत वोट बैंक थे। लेकिन लगातार बंद होती मिलों के चलते अब ये मजदूर बदहाल हैं। राहुल ने इसके लिए वाममोर्चा और मौजूदा तृणमूल कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि जहां भी कमजोर लोग हैं, वहां राहुल गांधी खड़ा दिखाई देगा।