राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी और शारदा चिटफंड घोटाले के सिलसिले में जेल में बंद राज्य खेल व परिवहन मंत्री मदन मित्र के बीच दूरियां बढ़ रही हैं। मदन मित्र के समर्थक जहां-तहां पोस्टरबाजी कर सवाल कर रहे हैं कि अभी भी उनके नेता जेल में क्यों बंद हैं? अब तक उनकी रिहाई क्यों नहीं हुई?

बर्दवान समेत कई जिलों के अलावा उत्तर कोलकाता और मदन मित्र के विधानसभा क्षेत्र कमरहट््टी में कई जगहों पर उनकी रिहाई को लेकर बैनर व पोस्टरों ने इस बात की ओर इशारा किया है कि ममता व मदन के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।

शारदा चिटफंड घोटाले के एक अन्य आरोपी मुकुल राय व उनके सहयोगियों ने पहले ही ममता बनर्जी से दूरियां बना ली है। यही कारण है कि बीती 21 जुलाई को धर्मतला में आयोजित तृणमूल कांग्रेस की शहीद रैली में न ही मुकुल आए न ही उनके कट्टर सहयोगी। मुकुल के इस रवैए से ममता बनर्जी भी काफी नाराज हैं।

मालूम हो कि तृणमूल कांग्रेस के बैनर तले धर्मतला में हुई शहीद रैली के पहले ही राज्य की मुख्यमंत्री व पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी से राज्य के परिवहन मंत्री मदन मित्र की गिरफ्तारी का जवाब मांगने वाले होर्डिंग हटा दिए गए थे। शहर के कई इलाकों में लगे इस तरह के होर्डिंग मुख्यमंत्री के लिए सरदर्द बन गए थे।