भाजपा की नेता व अभिनेत्री रूपा गांगुली ने उत्तर चौबीस परगना जिले के हाबरा के अशोकनगर इलाके में बाढ़ प्रभावित ग्रामीणों को राहत-सामग्री बांटने को लेकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा द्वारा उनको डांटे जाने से नाराज होकर पार्टी छोड़ने की धमकी दी है। रूपा यह राहत-सामग्री लेकर बीते गुरुवार को गई थीं। उनके साथ भाजपा के उत्तर चौबीस परगना जिला अध्यक्ष विप्लव हाल्दार भी गए थे। इधर, शुक्रवार को इसके बारे में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा को जब खबर मिली तो उन्होंने रूपा के इस कदम का विरोध करते हुए कहा-मैं आशा करता हूं कि आगे से कहीं जाने से पहले वे (रूपा) हमारे साथ बातचीत करके जाएंगी।

यहां बता दें कि गुरुवार को रूपा गांगुली जब ग्रामीणों के बीच राहत-सामग्री बांट रही थीं, उसी समय कुछ लोगों ने उनके साथ बदसलूकी की थी। दूसरी ओर, राहुल सिन्हा के बयान को सुनने के बाद रूपा गांगुली नाराज हो गईं। अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक रूपा ने पार्टी के नेताओं से कहा है कि उनके ऊपर इस तरह से लगाम लगाने से वे पार्टी छोड़ भी सकती हैं। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के लिए मैंने इतना काम किया, वही अगर काम में बाधा डालेगी तो पार्टी में रहने से क्या फायदा। इससे अच्छा है कि पार्टी से बाहर रहकर काफी सामाजिक कार्य कर सकते हैं।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने कल कहा था-वे (रूपा) मुझे या पार्टी की राज्य कमिटी को बिना कुछ बताए हाबरा गई थीं। उस दौरे में पार्टी के झंडे का भी इस्तेमाल नहीं किया गया था। हालांकि, भाजपा के कार्यकर्ता रूपा के साथ थे। सिन्हा ने कहा-यह ठीक नहीं है।

इधर, रूपा गांगुली का कहना है कि उन्होंने भाजपा से राहत-सामग्री नहीं मांगी थी। साथ ही कोई आर्थिक मदद भी नहीं ली, बल्कि निजी प्रयास से कुछ राहत-सामग्री व रुपए का इंतजाम करके वहां निकल पड़ी थीं। उन्होंने कहा कि इसको लेकर संकीर्ण राजनीति करना ठीक नहीं है। अगर ऐसा होता है तो फिर पार्टी में रहकर काम करना ही मुश्किल हो जाएगा।

गौतरलब है कि टीवी सीरियल ‘महाभारत’ में दौपदी की भूमिका से प्रसिद्ध हुईं अभिनेत्री रूपा गांगुली व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा है।

माकपा ने किया रूपा गांगुली का समर्थन

राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी माकपा ने भाजपा की नेता व अभिनेत्री रूपा गांगुली द्वारा बाढ़-प्रभावित ग्रामीणों के बीच राहत-सामग्री बांटने का समर्थन किया है। इसके साथ ही माकपा ने यह राहत-सामग्री बांटने के दौरान कुछ लोगों द्वारा रूपा गांगुली के साथ की गई बदसलूकी की कड़ी निंदा की है। माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्र ने शनिवार को यहां पत्रकारों से कहा-राहत-सामग्री बांटने के दौरान एक नेता के साथ बदसलूकी की गई। हमें यह कतई मंजूर नहीं है। मिश्र ने कहा कि एनजीओ या किसी भी संगठन को प्राकृतिक आपदा के शिकार लोगों को राहत-सामग्री पहुंचाने या बांटने का पूरा अधिकार है और इस मुद्दे पर किसी को राजनीति नहीं करनी चाहिए।

मालूम हो कि भाजपा की नेता रूपा गांगुली बीते गुरुवार को उत्तर चौबीस परगना जिले के हाबरा के अशोकनगर में बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच जब राहत-सामग्री बांटने गई थीं, तो वहां कुछ लोगों ने उनके साथ बदसलूकी की थी। रूपा ने इस घटना के पीछे सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों का हाथ होने का आरोप लगाया था। दूसरी ओर, रूपा गांगुली के इस कदम का खुद उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने यह कहकर विरोध किया था कि रूपा ने इसके लिए पार्टी नेतृत्व से इजाजत नहीं ली थी। राहुल सिन्हा के इस बयान की रूपा गांगुली ने निंदा की है और उन्होंने पार्टी छोड़ने तक की धमकी दी है।

इधर, राज्य में बाढ़ व चक्रवाती तूफान के मद्देनजर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा अपना लंदन का दौरा संक्षिप्त कर कोलकाता वापस लौटने के प्रसंग में सवाल किए जाने पर माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्र ने आज कहा-मैं इस बात की प्रशंसा करता हंू कि मुख्यमंत्री अपना दौरा पूरा होने से पहले ही लौट आई हैं। इसी के साथ मिश्र ने यह भी कहा-लेकिन मैं उनको (ममता बनर्जी) को आश्वस्त करना चाहता हूं कि वे यहां टेम्स (नदी) को मिस नहीं करेंगी, क्योंकि इस महानगर में कई टेम्स बह रही है। सूर्यकांत मिश्र ने यह टिप्पणी पिछले 24 घंटे के दौरान कोलकाता समेत पूरे राज्य में आई भारी बारिश व इस वजह से महानगर कोलकाता के विभिन्न इलाकों में हुए जलजमाव के प्रसंग में की। यहां बता दें कि चक्रवाती तूफान ‘कोमेन’ के कारण कोलकाता में आज सुबह साढ़े आठ बजे तक 133.6 मिलीमीटर वर्षा हुई।