बंगाल के चुनाव में पहली बार जया बच्चन चुनाव प्रचार करते दिख रही हैं। तृणमूल कांग्रेस के समर्थन में वे मैदान में दिख रही हैं। जया बच्चन रविवार कोलकाता पहुंची और वे टालीगंज से तृणमूल उम्मीदवार अरूप विश्वास के लिए अभियान में शामिल हुई हैं। विश्वास भाजपा के उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं। नंदीग्राम के बाद इस सीट को महत्त्वपूर्ण माना जा रहा है।

तृणमूल के उम्मीदवार तीन बार यहां से विधायक बन चुके हैं और दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो इस सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। बाबुल सुप्रियो बंगाल के प्रसिद्ध गायक हैं और दूसरा वे वहां के सिनेमा में अच्छी पकड़ रखते हैं।
टालीगंज बांग्ला सिनेमा का गढ़ है। जया बच्चन को उतारने से तृणमूल कांग्रेस अरूप विश्वास के लिए अच्छे जनसमर्थन की उम्मीद कर रही है। जया बच्चन भले ही जबलपुर की रहने वाली हों लेकिन वे मूल रूप से बंगाल की हैं, इसलिए अमिताभ बच्चन को बंगाल का दामाद भी कहा जाता है।

अपनी जनसभों में जया बच्चन भाजपा पर निशाना साध रही हैं। वे कह रही हैं कि ममता बनर्जी अकेली महिला हैं, जो सभी अत्याचारों के खिलाफ लड़ाई लड़ रही हैं। वे कहती हैं, कोई मेरा धर्म कभी भी मुझसे नहीं छीने, मुझसे मेरा प्रजातांत्रिक अधिकार नहीं छीने। ममता बनर्जी अकेली महिला हैं, जो बंगाल के लोगों के प्रजातांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ाई कर रही हैं। जो ममता बनर्जी को पसंद नहीं करते हैं, उनके संबंध में गलत-गलत बातें करते हैं। यह उनके लिए लज्जा है, लज्जा है।

जया बच्चन कह रही हैं, उनका (ममता बनर्जी का) सर फूटा, पैर टूटा लेकिन वह (भाजपा) उनके दिल, दिमाग और आगे बढ़ कर बंगाल को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाने के दृढ़ निश्चय को नहीं तोड़ पाए। मैं मानती हूं कि ममता बनर्जी जो करना चाहती हैं वह हर हालत में कर के रहेंगी। जनसभाओं में जया बच्चन को देखने के लिए खासी भीड़ जुट रही है।