पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर जिले के पंचखुड़ी इलाके में गुरुवार को केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री और भाजपा नेता वी. मुरलीधरन के काफिले पर स्थानीय लोगों ने कथित रूप से हमला कर दिया। मंत्री का दावा है कि हमले के पीछे सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के गुंडों का हाथ है। हमले में वे बाल-बाल बच गए। हालांकि उनकी गाड़ी के शीशे तोड़ दिए गए।
मुरलीधरन ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें कुछ लोगों को मंत्री के काफिले पर लाठी और पत्थर फेंकते और उनकी कार का पीछा करते देखा जा सकता था। हमलावरों ने उनकी कार की पिछली खिड़की भी तोड़ दी। मुरलीधरन ने ट्वीट कर बताया, “टीएमसी के गुंडों ने पश्चिम मिदनापुर में मेरे काफिले पर हमला किया, खिड़कियों को तोड़ दिए, निजी सहायकों पर हमला किया। मेरी यात्रा को छोटी कर दिया।”
मुरलीधरन चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद भड़की हिंसा का जायजा लेने के लिए 2 मई को बंगाल में थे। उनके साथ गए भाजपा के वरिष्ठ नेता राहुल सिन्हा के वाहन पर भी कथित रूप से हमला किया गया।
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बाद में पत्रकारों से बात करते हुए मुरलीधरन ने कहा, “यह बंगाल की संस्कृति नहीं हो सकती। यहां महिलाओं पर हमले हो रहे हैं। यह सिर्फ गुंडागर्दी है, इसके अलावा कुछ नहीं है। मेरे वाहन को निशाना बनाया गया। मैं इस संबंध में केंद्र को एक रिपोर्ट दूंगा।”
हालांकि, टीएमसी पश्चिम मिदनापुर के जिला अध्यक्ष अजीत मैती ने मंत्री के आरोपों का खंडन किया और कहा कि
यह भाजपा के खिलाफ लोगों द्वारा एक “सहज विरोध” था।
उन्होंने कहा, “हमारा कोई भी कार्यकर्ता इसमें शामिल नहीं था। भाजपा पश्चिम मिदनापुर जिले में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही है। वे लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। यह भाजपा नेताओं द्वारा एक नाटक के अलावा कुछ भी नहीं है।”
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद भाजपा के 14 से अधिक कार्यकर्ताओं के मारे जाने का दावा करने के बाद हिंसा भड़क गई। इससे पहले दिन में गृह मंत्रालय (MHA) की चार-सदस्यीय एक टीम ने राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर हिंसा को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा किए गए उपायों का जायजा लिया।
एमएचए ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर एक रिपोर्ट भेजने को कहा है। बुधवार को, एमएचए ने पश्चिम बंगाल सरकार को एक पत्र भेजा था, जिसमें चुनाव के बाद की हिंसा पर एक विस्तृत रिपोर्ट भेजने और “घटनाओं को बिना किसी नुकसान के” रोकने के लिए आवश्यक उपाय करने के निर्देश थे। मंत्रालय ने चेतावनी दी थी कि रिपोर्ट को प्रस्तुत करने में राज्य सरकार के विफल होने पर मामले को “गंभीरता से” लिया जाएगा।
इस बीच, उत्तर बंगाल में कथित तौर पर टीएमसी नेता उदयन गुहा पर हमला हुआ, जिससे उनका बायां हाथ टूट गया और उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा। नेता ने आरोप लगाया है कि हमले के लिए भाजपा जिम्मेदार थी।