Partha Chatterjee: पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल की है। ममता सरकार में शिक्षा मंत्री रहे पार्थ चटर्जी को सीबीआई ने चार्जशीट में एक आरोपी के रूप में नामित किया है। सीबीआई की चार्जशीट में कुल 16 नामों का जिक्र है।

शिक्षक घोटाला मामले में पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने जुलाई में गिरफ्तार किया था। प्रवर्तन निदेशालय को चटर्जी की एक करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के कई आवासों से लगभग 50 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए थे। गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटा दिया था। वह वाणिज्य और उद्योग सहित कई विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इतना ही नहीं पार्थ चटर्जी को तृणमूल कांग्रेस से भी निलंबित कर दिया गया था।

2014 के बाद से कथित घोटाला होने के दौरान पार्थ चटर्जी के पास शिक्षा विभाग था। पार्थ चटर्जी ने जमानत याचिका दायर की है लेकिन सीबीआई की एक विशेष अदालत ने पिछले हफ्ते उनकी याचिका खारिज कर दी थी। उन्हें 5 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) की सिफारिशों पर सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में ग्रुप-सी और डी स्टाफ के साथ शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है।

ईडी के सूत्रों के मुताबिक, पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी से लगातार पूछताछ चल रही है। पूर्व शिक्षा मंत्री के खाते में उनकी संपत्ति का हर दिन हिसाब किताब लिया जा रहा है। सीबीआई का कहना है कि यह आंकड़ा 150 करोड़ के भी पार जा सकता है। वहीं, हिरासत में अर्पिता मुखर्जी से भी लगातार पूछताछ चल रही है।

सूत्रों के मुताबिक, पार्थ की बेटी बबली चटर्जी, जो पेशे से एक शिक्षिका हैं, उनके नाम पर भी करोड़ों रुपए की संपत्ति है। जांच के दौरान कई नई कंपनियों का पता चला है और इनमें एक ट्रस्ट भी है, जिसकी चेयरमैन उनकी बेटी बबल चटर्जी हैं और उनके बाद ट्रस्ट में पार्थ के दामाद कल्याणमय भट्टाचार्य का भी नाम है।