West Bengal cooperative body Election: भारतीय जनता पार्टी ने नंदीग्राम में सहकारी समिति के चुनाव में टीएमसी को तगड़ा झटका दिया है। बता दें कि भाजपा ने इस चुनाव में 12 में से 11 सीटों पर कब्जा किया है। वहीं भेकुटिया समंवय कृषि समिति के चुनाव में टीएमसी की झोली में सिर्फ एक सीट ही आई है। दरअसल इस चुनाव के नतीजों की चर्चा इसलिए भी है क्योंकि नंदीग्राम शुरुआत से ही तृणमूल कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है। लेकिन समिति चुनाव में भाजपा ने उसे जोरदार झटका दिया है।
बता दें कि 2021 में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा के शुभेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम सीट पर ममता बनर्जी को मात दी थी। ऐसे में BJP की यह जीत काफी अहम मानी जा रही है। गौरतलब है कि भेकुटिया समंवय कृषि समिति चुनाव में पहले ममता बनर्जी की टीएमसी का दबदबा रहा था लेकिन इस बार भाजपा ने 12 में से 11 सीटों पर जीत हासिल की है।
वहीं पिछले महीने नंदीग्राम के दूसरे हिस्से में तृणमूल ने बड़ी जीत हासिल की थी। बता दें कि नंदीग्राम-2 ब्लॉक में तृणमूल ने 51 सीटें जीती थीं। वहीं सीपीएम को एक मिली थी लेकिन बीजेपी एक भी सीट नहीं जीत सकी थी। ममता बनर्जी की पार्टी ने कोंटाई और सिंगूर में भी जीत हासिल की। वहीं इस चुनाव में हिंसा को लेकर भाजपा ने तृणमूल पर आरोप भी लगाया।
हिंसा का आरोप:
भाजपा का कहना है कि टीएमसी ने मतदान बाधित करने के लिए बाहरी लोगों का सहारा लिया। हालांकि टीएमसी ने भी शुभेंदु अधिकारी पर यही आरोप लगाया। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, एक स्थानीय पंचायत समिति सदस्य(जिसने खुद को तृणमूल का बताया) को टीवी चैनलों पर कुछ महिलाओं द्वारा छेड़छाड़ करते देखा गया था।
बता दें कि नंदीग्राम ममता बनर्जी के पूर्व सहयोगी शुभेंदु अधिकारी का निर्वाचन क्षेत्र है। अधिकारी ने 2021 के बंगाल चुनाव से कुछ महीने पहले तृणमूल को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। वैसे ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में तीसरी बार मुख्यमंत्री बनीं हैं लेकिन बीते चुनाव में वह नंदीग्राम में शुभेंदु अधिकारी से हार गईं थी।