पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को कोलकाता के मोहन बागान क्लब में नवनिर्मित क्लब टेंट के उद्घाटन समारोह में फुटबॉल पर अपने हाथ आजमातीं नजर आईं। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब तक जिंदा हूं, दिल से लड़ने के साथ खेलूंगी।
‘खेला होबे’? का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी ने कहा ने क्या आप लोग जानते हैं कि ऐसा मैंने क्यों कहा। ममता ने कहा, “क्योंकि आप जन्म की तारीख तो जान सकते हैं लेकिन मृत्यु अनिश्चित है।” उन्होंने मोहन बागान क्लब के इतिहास के बारे में भी बताया और कहा, “मोहन बागान क्लब का 100 सालों का इतिहास है। वे नंगे पांव अंग्रेजों से लड़े। उस इतिहास को कोई नहीं भूल सकता। मोहन बागान ने अपने खेल के जरिए लोगों के बीच राष्ट्रवाद का बीज बोया।”
ममता बनर्जी ने कहा, “आज मैंने हरे-मैरून धारीदार साड़ी पहनी है क्योंकि मैं मोहन बागान क्लब में कार्यक्रम में भाग ले रही हूं। हरा और मैरून मोहन बागान के सिग्नेचर कलर हैं।” उन्होंने यह भी कहा, “मोहन बागान के कार्यक्रम मुझे मेरी मां की याद दिलाते हैं क्योंकि जब पेले खेलने आए तो मेरी मां ने कालीघाट पर पूजा की थी।” इस दौरान, ममता बनर्जी ने मोहन बागान क्लब को 50 लाख रुपए देने का ऐलान किया।
सीएम ममता बनर्जी ने कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया। ममता बनर्जी ने कहा कि स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 5 लाख रुपए और कांस्य जीतने वाले खिलाड़ी को 2 लाख रुपए दिए जाएंगे। 16 अगस्त को खेल दिवस मनाया जाएगा।
खेल दिवस पर कॉमनवेल्थ में पदक जीतने वालों को सम्मानित करेंगीं ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने कहा कि इस मौके पर कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण और कांस्य पदक जीतने वाले अचिंत्य शिउली और सौरव घोषाल को सरकारी नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा, उन्हें 5 लाख और दो लाख रु की सम्मान राशि भी प्रदान की जाएगी। ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देती रही है।