पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के बशीरहाट में पुलिस ने सोमवार (24 दिसंबर) को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज कर दिया। एएनआई से प्राप्त तस्वीर में एक पुलिसवाला एक शख्स को सड़क पर घसीटता हुआ दिखाई दे रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच संघर्ष उस वक्त छिड़ गया जब सुप्रीम कोर्ट ने बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रथयात्रा को लेकर जल्द सुनवाई करने से इनकार कर दिया। बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष की अगुआई में प्रदर्शन किया गया था। पार्टी ने शाह की रैली की याचिका को विंटर लिस्ट में शामिल करने की अपील की थी। बता दें कि हाल में इसी मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट ने बीजेपी की फाइल को वापस पुनर्विचार के लिए सिंगल बेंच के पास भेज दिया था। सिंगल बेंच ने अमित शाह की रैली को हरी झंडी दे दी थी लेकिन चीफ जस्टिस देबासीश करगुप्त और जस्टिस शम्पा सरकार की खंडपीठ ने राज्य एजेंसियों द्वारा खुफिया सूचनाओं पर विचार करने के लिए मामले को फिर से सिंगल बेंच के पास वापस भेज दिया था।

राज्य सरकार के वकील ने दो जजों की खंडपीठ के समक्ष दलील दी थी कि 31 जिलों की पुलिस और पांच आयुक्तालय से मिली खुफिया जानकारियों वाला लिफाफा खोले बगैर ही सिंगल बेंच ने फैसला सुना दिया था। बता दें कि ममता सरकार द्वारा आशंका जताई गई है कि राज्य में अमित शाह की रैली होने पर सांप्रदायिक झड़प हो सकती है। चूंकि 2019 के लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं रह गया है इसलिए बीजेपी लगातार राज्य में रैलियां करने की कोशिश कर रही है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक 7 दिसंबर को बंगाल में अमित शाह की रथयात्रा निकलनी थी लेकिन राज्य सरकार के विरोध के चलते यह संभव नहीं हो सका। बता दें कि ममता बनर्जी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार के बीच गतिरोध पुराना है। ममता बनर्जी कई मौकों पर बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर गुस्सा दिखा चुकी हैं। कई बार विपक्षी गठबंधन के आयोजनों में भी ममता बनर्जी सक्रिय तौर पर देखी गई हैं।