रामनवमी के दौरान हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल के हावड़ा में शुक्रवार दोपहर हिंसक घटनाएं हुई हैं। हावड़ा में पत्थरबाजी की घटना हुई और दुकानों और वाहनों पर हमला किया गया। इसके बावजूद भाजपा के बंगाल प्रेसिडेंट सुकांता मजूमदार यहां के स्थानीय लोगों से मिलने पहुंच गए। पुलिस ने उन्हें मौके पर पहुंचने से पहले ही रोक दिया।
CBI जांच की मांग
हावड़ा के शिबपुर में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद यहां राजनेताओं के आने पर रोक लगा दी गई थी। वहीं, भाजपा के बंगाल प्रेसिडेंट सुकांता मजूमदर पंचशील अपार्टमेंट में लोगों से मिलने जा रहे थे। इस पूरे इलाके में धारा-144 लागू कर दी गई है। लेकिन सुकांता स्थिति का जायजा लेने के लिए हिंसाग्रस्त इलाके में जाना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उन्हें हिंसाग्रस्त इलाके में जाने से रोक दिया है।
बंगाल भाजपा अध्यक्ष ने कहा, अगर हमें पुलिस रोकेगी तो हमसे जो बन पड़ेगा सब करेंगे। हम सीआईडी द्वारा की जाने वाली जांच में यकीन नहीं करते। हम चाहते हैं कि इस मामले की जांच कोई केंद्रीय एजेंसी करे। सभी जानते हैं कि जिस घर से पत्थरबाजी की गई वहां गैरकानूनी काम होते हैं। क्या CID उस घर की जांच करने गई थी?
लोग डरे हुए हैं- बंगाल भाजपा अध्यक्ष
हावड़ा में पुलिसकर्मियों की ओर से रोके जाने के बाद डॉ सुकांता मजूमदार ने कहा, “अभी तक हालात यहां सामान्य नहीं हुए हैं। मैं इस जगह के हालात के बारे में राज्यपाल महोदय को सूचित करूंगा। इस इलाके के बहुत सारे लोगों ने मुझसे कहा है कि वो डरे हुए हैं। केंद्र और राज्य सरकारों को चाहिए कि वो यहां सीएपीएफ बलों की तैनाती करें। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए।”
पुलिस ने कहा हावड़ा में स्थिति सामान्य
वहीं, इंडिया टुडे से बात करते हुए हावड़ा सीपी प्रबीन त्रिपाठी ने कहा कि हावड़ा में स्थिति सामान्य है। हालांकि, धारा 144 लागू है और पुलिस ने लोगों से अनावश्यक सभाओं से बचने का अनुरोध किया है। सुकांता मजूमदर के हावड़ा दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए त्रिपाठी ने कहा, “हम जनप्रतिनिधियों से भी अनुरोध करेंगे कि धारा 144 का उल्लंघन न करें। हम स्थिति के अनुसार कार्रवाई करेंगे।’ चूंकि धारा 144 लागू है इसलिए हम यहां किसी बाहरी व्यक्ति को आने नहीं देंगे।”