Yamuna Expressway Accident: यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार को वाहनों की भीषण टक्कर में अब तक 17 लोगों की मौत हो गई है और 89 लोग घायल हो गए। इस बात की जानकारी पुलिस ने दी। हादसे में कम से कम 15 वाहन शामिल थे, जिनमें 400 यात्रियों को लेकर जा रही आठ बसें भी शामिल हैं।

बलदेव पुलिस स्टेशन की एसएचओ रंजना सचान ने बताया, “सत्रह लोगों की मौत हो गई है। 15 लोग जलने से घायल हुए जबकि दो की मौत अन्य चोटों के कारण हुई।” अब तक जिन पीड़ितों की पहचान हुई है, उनमें प्रयागराज के रहने वाले अखिलेंद्र प्रताप यादव, महाराजगंज के निवासी रामपाल और गोंडा जिले के रहने वाले सुल्तान अहमद का नाम शामिल है।

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए मथुरा (ग्रामीण) के एसपी सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि कोहरे के कारण कम दृश्यता की वजह से यह दुर्घटना हुई। उन्होंने आगे कहा, “कई शव बुरी तरह जल गए हैं और हम उनकी पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।” एसएचओ सचन ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि यह घटना मथुरा में बलदेव पुलिस स्टेशन क्षेत्र के पास एक्सप्रेसवे पर माइलस्टोन 127 पर सुबह 3.30 बजे से 4 बजे के बीच हुई।

एसएचओ ने क्या बताया?

एसएचओ ने बताया कि इलाके में सीसीटीवी कैमरे नहीं थे, लेकिन प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि एक एर्टिगा कार और एक ब्रेजा कार की टक्कर हुई और दोनों में आग लग गई। इसके बाद, नोएडा जा रहे अन्य वाहन, जिनमें आठ बसें (एक सरकारी और सात प्राइवेट बसें) शामिल थीं, इन कारों से टकरा गए और उनमें आग लग गई।

अधिकारियों के अनुसार, आग बुझाने और बचाव अभियान चलाने के लिए 11 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर भेजी गईं, जो लगभग छह घंटे तक चला। घटनास्थल से मिली तस्वीरों में जली हुई बसें और कारें मलबे में तब्दील दिखाई दे रही थीं। उन्हें सड़क से हटाने के लिए क्रेन बुलाई गईं।

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मथुरा के एसएसपी श्लोक कुमार ने कहा, “यह दुर्घटना यमुना एक्सप्रेसवे के मीलस्टोन 127 पर हुई। इसका कारण कम दृश्यता थी।” डीएम चंद्र प्रकाश सिंह ने सड़क दुर्घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम गठित करने और दो दिनों में रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। सिंह ने यमुना अथॉरिटी को पत्र लिखकर दुर्घटना के कारणों का स्पष्टीकरण भी मांगा है।

पीएम मोदी ने जताया दुख

पीएमओ इंडिया एक्स हैंडल द्वारा साझा किए गए एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा: “उत्तर प्रदेश के मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर हुई दुर्घटना में हुई जानमाल की हानि अत्यंत पीड़ादायक है। मेरी संवेदनाएं अपनों को खोने वाले परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।” पीएमओ ने पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और प्रत्येक घायल को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।

सीएम योगी ने अपनी संवेदना व्यक्त की

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने एक पोस्ट में मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने लिखा, “मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए सड़क हादसे में हुई जानमाल की हानि अत्यंत दुखद और हृदयविदारक है। मेरी गहरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। मैंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों के उचित उपचार की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है।” उन्होंने निर्देश दिया कि दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों को तत्काल 2 लाख रुपये की वित्तीय मदद दी जाए, जबकि घायलों को 50,000 रुपये की मदद दी जाए।

इस बीच, राहगीरों ने बताया कि उन्होंने लोगों को जलती हुई बसों से भागने की कोशिश करते देखा। वहां से गुजर रहे भगवान दास ने बताया कि ऐसा लगा जैसे बम धमाका हुआ हो। उन्होंने कहा, “हमें लगा जैसे कोई बम फट गया हो। मैंने लोगों को बसों की खिड़कियां तोड़कर बाहर निकलते देखा।”

हॉस्पिटल के चक्कर लगा रहे गुलजारी लाल

हमीरपुर के रहने वाले गुलजारी लाल अपनी भाभी पार्वती की तलाश में अस्पतालों के चक्कर लगा रहे थे। उन्होंने बताया, “वह अपने बच्चों के साथ दिल्ली जा रही थीं। सोमवार शाम करीब 6 बजे उन्होंने बस पकड़ी। जब हादसा हुआ, तो बच्चों ने बताया कि पार्वती ने बस का शीशा तोड़कर बच्चों को बाहर धकेल दिया, लेकिन खुद अंदर फंस गईं। मैं उनकी तलाश कर रहा हूं।”

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