राजनीति समेत उच्चवर्ग में ऐसा लगता है कि बिना शराब और पैसा के कोई काम नहीं चलता है। पिछले कुछ महीनों से एक के बाद एक कई राज्यों में सरकारों के गिरने और बनने का दौर चल रहा है। इसकी वजह से राज्यों में सत्तारूढ़ दल अपने विधायकों के इधर-उधर जाने और हार्स ट्रेडिंग का शिकार बनने से रोकने के लिए हर जुगत भिड़ा रहे हैं। इस बीच पता चला है कि झारखंड के विधायक पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के जिस रिजॉर्ट में रुकने के लिए पहुंचने वाले थे, उसके बाहर सरकारी वाहनों में शराब की बोतलें मिली है। इस पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की आलोचना करते हुए, भाजपा नेता रमन सिंह ने ट्वीट किया, “राज्य अय्याशी का अड्डा नहीं है जो झारखंड के विधायकों को छत्तीसगढ़ के पैसे से खिलाता है।” उन्होंने कहा, “भूपेश जी कान खोलकर सुन लीजिए! छत्तीसगढ़ अय्याशी का अड्डा नहीं है, जो छत्तीसगढ़ियों के पैसे से झारखंड के विधायकों को दारू-मुर्गा खिला रहे हैं। असम, हरियाणा के बाद अब झारखंड के विधायको का डेरा, इन अनैतिक कार्यों के लिए छत्तीसगढ़ महतारी आपको कभी माफ नहीं करेगी”
भाजपा के एक अन्य नेता बाबूलाल मरांडी ने छत्तीसगढ़ सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, “झारखंड में भी शराब परोसने के लेन-देन का पूरा नेटवर्क, और उससे होने वाला पैसा छत्तीसगढ़ का ही है।”
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा- हम हर स्थिति के लिए तैयार
इससे पहले करीब 40 विधायकों को लेकर एक विशेष उड़ान शाम करीब साढ़े चार बजे रांची हवाई अड्डे से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के लिए रवाना हुई। उड़ान करीब 5.30 बजे रायपुर हवाई अड्डे पर पहुंची। इक्यासी सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन के 49 विधायक हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हवाई अड्डे से बाहर आने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह आश्चर्यजनक कदम नहीं है। यह राजनीति में होता है। हम किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं।’’
विधायक सोरेन के आवास से दो बसों में निकले थे और उनमें से एक बस में आगे की सीट पर खुद सोरेन सवार थे। वह बिरसा मुंडा हवाई अड्डे में कुछ देर रहने के बाद बाहर आए। कांग्रेस के एक विधायक ने नाम गुप्त रखने की शर्त पर कहा कि विधायकों को गैर-भाजपा सरकार वाले राज्य छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक रिसॉर्ट में स्थानांतरित किया जाएगा।